- वित्त वर्ष 2021-22 के लिए मौद्रिक नीति में उदार रुख को बरकरार रखा गया है।
- अगले वित्त वर्ष में जीडीपी वृद्धि दर 10.5 प्रतिशत रहने का अनुमान। मुद्रास्फीति चार प्रतिशत के संतोषजनक दायरे में आ गई है।
-भारतीय अर्थव्यवस्था अब सिर्फ एक ही दिशा में आगे बढ़ेगी और वह ऊपर की दिशा है। कोविड-19 से हुए नुकसान की भरपाई वित्त वर्ष 2021-22 में देखने को मिलेगी
- आर्थिक वृद्धि को लेकर परिदृश्य सकारात्मक हुआ है, पुनरूद्धार के संकेत मजबूत हुए हैं।
- सब्जियों के दाम निकट भविष्य में नरम रहने की उम्मीद, 2020-21 की चौथी तिमाही में मुद्रास्फीति संशोधित किया गया है, इसके 5.2 प्रतिशत रहने का अनुमान।
- आर्थिक वृद्धि को लेकर परिदृश्य सकारात्मक हुआ है, पुनरूद्धार के संकेत मजबूत हुए हैं।
- सरकार आरबीआई के लिए मुद्रास्फीति के लक्ष्य की समीक्षा मार्च 2021 तक करेगी, मुद्रास्फीति के लक्ष्य की व्यवस्था ने अच्छा काम किया है।