इस रिपोर्ट के अनुसार, ऑइल और गैस सेक्टर से 8021 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ होने की संभावना है, जबकि राजस्व पिछली तिमाही की तुलना में 0.9 प्रतिशत बढ़कर 67,222 करोड़ रुपए हो सकता है।
ग्रास रिफाइनिंग मार्जिन जो यह बताता है कि कच्चे तेल के प्रति बेरल को ईंधन बनाने में कंपनी ने कितना लाभ कमाया,इस तिमाही में यह पिछली तिमाही (10.8 डॉलर प्रति बेरल) से थोड़ा बढ़कर 11 डॉलर प्रति बेरल हो सकता है। रिलायंस इंडस्ट्री का पेट्रो केमिकल व्यापार इस बार बेहतर कमाई करेगा।