नई दिल्ली। देश के उद्योग जगत ने भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा चालू वित्त वर्ष की पहली द्वैमासिक मौद्रिक समीक्षा में रेपो दर में कटौती का स्वागत करते हुए कहा कि लगातार दूसरी कटौती से निवेश एवं आर्थिक वृद्धि को समर्थन मिलेगा तथा मांग में भी तेजी आएगी। हालांकि उद्योग जगत ने कहा कि उसे अपेक्षाकृत अधिक कटौती की उम्मीद थी।
उद्योग संगठन फिक्की के अध्यक्ष संदीप सोमानी ने फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि हम रिजर्व बैंक द्वारा रेपो दर कम करने का स्वागत करते हैं। हालांकि हमें नरम मुद्रास्फीति, तरलता की स्थिति तथा निर्यात की वृद्धि एवं औद्योगिक उत्पादन सुस्त पड़ने के मद्देनजर अधिक कटौती की उम्मीद थी। हमारा मानना है कि रेपो दर में लगातार दूसरी कटौती से खुदरा एवं कॉरपोरेट दोनों तरह का कर्ज सस्ता होगा।
भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी ने कहा कि नरम मुद्रास्फीति तथा आर्थिक वृद्धि को लेकर आ रही चिंताओं के समय में वृद्धि दर को समर्थन देने पर रिजर्व बैंक के जोर देने का संकेत इस निर्णय में मिलता है। उन्होंने बैंकों द्वारा उपभोक्ताओं को रेपो दर में कटौती का फायदा देने की उम्मीद भी जाहिर की।