मुंबई से 120 किलोमीटर दूर महाराष्ट्र के पुणे जिले के लोनावला में बड़े क्षेत्रफल में फैली इस परियोजना की नीलामी के लिए आधिकारिक परिसमापक (ओएल) ने 37392 करोड़ रुपए का सुरक्षित मूल्य रखा है। समूह ने एम्बी वैली की नीलामी रोकने के लिए 3 दिन पहले उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर की थी, किन्तु शीर्ष न्यायालय से उसे राहत नहीं मिली थी।
सहारा प्रमुख को इस मामले में काफी समय जेल में भी बिताना पड़ा है। समूह चाहता था कि निवेशकों का पैसा लौटाने के लिए जुलाई 2019 तक का समय दिया जाए, लेकिन शीर्ष न्यायालय ने इसे लंबी अवधि मानते हुए नीलामी प्रक्रिया आगे बढ़ाने को कहा था। समूह का कहना था कि वे 11 हजार करोड़ रुपए का भुगतान कर चुका है और शेष 14779 करोड़ रुपए के भुगतान के लिए उसे जुलाई 2019 तक का समय दिया जाए। (वार्ता)