RBI की चेतावनी!
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की संख्या पहले ही 27 से घटकर 12 हो गई है। सरकार का प्लान और कम करके शायद सिर्फ़ 1 करने का है।
RBI का कहना है, ऐसा करके आपदा को निमंत्रण दिया जा रहा है।
लेकिन मोदी सरकार हमेशा मनमानी करती है। नोटबंदी के लिए भी RBI की बात नहीं सुनी गई। pic.twitter.com/q0zJdB66LC