नई दिल्ली। वित्तमंत्री पी. चिदंबरम ने अगले वित्त वर्ष 2013-14 के लिए विनिवेश लक्ष्य दोगुना कर 55,814 करोड़ रुपए कर दिया है। चालू वित्त वर्ष में विनिवेश से 24,000 करोड़ रुपए की राशि जुटने की उम्मीद है।
हालांकि सरकार ने 2012-13 के लिए विनिवेश लक्ष्य 30,000 करोड़ रुपए का रखा था, लेकिन वास्तव प्राप्ति सिर्फ 24,000 करोड़ रुपए रही है।
विनिवेश विभाग ने पहले ही 20 ऐसे सार्वजनिक उपक्रमों की पहचान की है जिनका विनिवेश किया जाएगा। इसके लिए संबंधित प्रशासनिक मंत्रालयों से बातचीत भी शुरू की गई है।
अगले वित्त वर्ष में जिन कंपनियों का विनिवेश किया जाएगा उनमें कोल इंडिया, इंडियन ऑइल, इंजीनियर्स इंडिया, पीजीसीआईएल, एनएचपीसी, नीपको और टीएचडीसीएल शामिल हैं।
इसके अलावा भेल, नेवेली लिग्नाइट और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स के विनिवेश प्रस्ताव को पहले ही केंद्रीय मंत्रिमंडल की मंजूरी मिल चुकी है। इसके अलावा हिंदुस्तान कॉपर में दूसरी हिस्सेदारी बिक्री अगले वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में होने की संभावना है।
चालू वित्त वर्ष को समाप्त होने में एक महीना बचा है। इस दौरान सरकार का इरादा 4 कंपनियों सेल, नाल्को, एमएमटीसी तथा राष्ट्रीय केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स के विनिवेश का है।
सरकार चालू वित्त वर्ष में अभी तक ऑइल इंडिया, एनटीपीसी, एनएमडीसी तथा हिंदुस्तान कॉपर में अपनी हिस्सेदारी बिक्री के जरिए 21,504 करोड़ रुपए की राशि जुटा पाई है। (भाषा)