योजना आयोग के सदस्य किरीट एस पारिख ने शुक्रवार को कहा कि चालू वित्त वर्ष में देश की आर्थिक वृद्धि दर 7 से 7.5 फीसदी रहेगी। उन्होंने विश्वास जताया कि भारत उच्च वृद्धि दर के मार्ग पर अग्रसर होगा।
यहाँ एक सम्मेलन से इतर पारिख ने संवाददाताओं से कहा मुझे लगता है कि बुरा वक्त समाप्त हो गया है। कुछ महत्वपूर्ण उपायों के जरिए हम वित्त वर्ष 2009-10 में 7 से 7.5 फीसदी वृद्धि दर हासिल करेंगे। आने वाली नई सरकार इस दिशा में कदम उठाएगी।
पारिख ने कहा कि निवेश माहौल समेत सभी क्षेत्रों में सुधार के संकेत हैं। बहरहाल उन्होंने कहा कि आर्थिक मंदी के कारण बिजली कंपनियों को अल्ट्रा मेगा पावर परियोजनाओं (यूएमपीपी) के लिए रिण की सुविधा प्राप्त करने में कठिनाई हो रही है। भारत यूएमपीपी में भारी मात्रा में निवेश कर रहा है।
बुनियादी ढाँचा परियोजनाओं में निवेश पर जोर देते हुए पारिख ने कहा कि भारत में 25 000 से 30 000 किलोमीटर सड़कों की हालत अच्छी नहीं है और इसके उन्नयन की सख्त जरूरत है।
उन्होंने कहा स्टील की माँग बढ़ी है। दूसरी ओर सीमेंट की माँग में कमी आयी है। ऐसे में मुझे लगता है कि तीसरा प्रोत्साहन पैकेज बुनियादी ढाँचा विकास को गति देगा।