शेयर बाजारों की रौनक लौटने की संभावना

रविवार, 25 नवंबर 2007 (12:44 IST)
वैश्विक माहौल में बिकवाली के दबाव से जूझ रहे देश के शेयर बाजारों के आगामी सप्ताह फिर से पटरी पर लौटने की संभावना है।

बीते हफ्ते बीएसई का सेंसेक्स 845 अंक और एनएसई का निफ्टी 298 अंक की भारी गिरावट के साथ बंद हुए।

बाजार विश्लेषकों की मानें तो विश्व बाजार की मंदी, कच्चे तेल के रिकॉर्ड भाव और विदेशी निवेशकों की बिकवाली के दबाव से जारी तकनीकी सुधार का समय अब करीब-करीब खत्म हो गया है और तेजी फिर से लौट सकती है।

दिल्ली शेयर बाजार की पूर्व अध्यक्ष और ग्लोब कैपीटल मार्केट्स लिमिटेड के प्रमुख अशोक अग्रवाल की नजर में तकनीकी सुधार का दौर अब खत्म होने की उम्मीद है। उनका मानना है कि बाजार में तेजी का माहौल फिर से बन सकता है।

अग्रवाल का कहना है कि विदेशी निवेशकों के नए साल और क्रिसमस के अवकाश में व्यस्त हो जाने से शेयर बाजारों में गतिविधियाँ कमजोर रहने की संभावना है।

आगामी सप्ताह गुरुवार को चालू माह के लिए वायदा एवं विकल्प कारोबार का निपटान होना है, जिसे देखते हुए शॉर्ट कवरिंग के लिए लिवाली निकलने की उम्मीद बनी हुई है।

बीते सप्ताह शेयर बाजारों में गुरुवार तक बिकवाली का जोर रहा और शुक्रवार को छह दिन की गिरावट का सिलसिला टूटा। सप्ताह के दौरान बीएसई सेंसेक्स 845.49 अंक के नुकसान से 18852.87 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी 298.25 अंक की गिरावट से 5608.60 अंक रह गया।

विदेशी संस्थागत निवेशक सप्ताह के दौरान निरंतर बिकवाल बने रहे। सेबी के अध्यक्ष एम. दामोदरन ने भी आगाह किया है कि विदेशी निवेशकों के हाथ समेटने से एशियाई शेयर बाजारों में उथलपुथल हो सकती है।

बीते सप्ताह विदेशी निवेशकों ने निरंतर बिकवाली की और पहले तीन कारोबारी दिवसों में इनकी इक्विटी में बिकवाली 3321 करोड़ रुपए की रही, जबकि डेरीवेटिव में भी यह 5672 रुपए के बिकवाल रहे। नवंबर माह में विदेशी संस्थान अब तक 3839.60 करोड रुपए निकाल चुके हैं।

विश्लेषकों का मानना है कि बैंकिग क्षेत्र के शेयरों में आने वाले दिनों में सुधार की उम्मीद लग रही है, किंतु रुपए की मजबूती और अमेरिकी अर्थव्यवस्था की मंदी के चलते सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों के शेयरों पर दबाव बना रह सकता है।

बीते सप्ताह के अंतिम दो दिनों में अंतर बैंकिग विदेशी मुद्रा बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपया 31 पैसे कमजोर पड़ने के बावजूद विनिमय दर 40 रुपए प्रति डॉलर से नीचे बनी हुई है।

बीते सप्ताह के पहले चार कारोबारी दिवसों में शेयर बाजारों में निरंतर गिरावट बनी रही। सेंसेक्स में इस दौरान 1144 अंक निकल गए शुक्रवार को 327 अंक का सुधार होने से इस गिरावट की कुछ भरपाई हो सकी।

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