इस मामले में दिल्ली सरकार ने एक गाइडलाइंस भी जारी की थी। इसके मुताबिक स्कूल परिणाम के लिए विद्यार्थियों को विद्यालय नहीं बुला सकते। सत्र 2020-21 में कक्षा 9वीं में लगभग 2.58 लाख विद्यार्थी एनरोल थे, जिनमें से 2.45 लाख विद्यार्थियों ने मध्यावधि परीक्षाएं दी।