Jobs : खुशखबर, 2022 में आने वाली है नौकरियों की बहार

रविवार, 26 दिसंबर 2021 (17:33 IST)
नई दि्ल्ली। नौकरियों की तलाश कर रहे लोगों के लिए साल 2022 नई संभावनाएं लेकर आ सकता है। महामारी के जोखिमों के बीच आर्थिक गतिविधियों में आई तेजी से कंपनियां कारोबार राजस्व बढ़ने से सकारात्मक परिदृश्य के साथ चल रही हैं जिससे नए साल में नए रोजगार अवसर पैदा होने की उम्मीद है।
 
हालांकि कोविड-19 महामारी के लिए जिम्मेदार कोरोनावायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर चिंताएं बढ़ी हुई हैं लेकिन कंपनियों का मानना है कि रोजगार बाजार में आई उछाल आने वाले बेहतर दिनों के लिए महत्वपूर्ण हो सकती है, लेकिन इसके लिए जरूरी है कि महामारी की तीसरी लहर से आर्थिक पुनरुद्धार की प्रक्रिया अधिक प्रभावित न हो।
 
वर्ष 2020 की पहली छमाही में आर्थिक गतिविधियों पर महामारी की पहली लहर का बहुत खराब असर पड़ा था। इससे रोजगार बाजार के औपचारिक एवं अनौपचारिक दोनों ही क्षेत्रों पर बुरा प्रभाव देखा गया था। महामारी से जुड़ी चुनौतियां अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुई हैं लेकिन समय के साथ रोजगार परिदृश्य अब ज्यादा सकारात्मक नजर आ रहा है।
 
रोजगार बाजार पर नजर रखने वाली फर्म टीमलीज सर्विसेज के कारोबार प्रमुख (उपभोक्ता एवं स्वास्थ्य देखभाल) ए बालासुब्रमण्यन कहते हैं, "ओमिक्रॉन हो या न हो, हमारे पास यह मानने के पुख्ता कारण हैं कि अब पूर्ण बंदी के दिन बीत गए हैं। चाहे कर्मचारी हों या नियोक्ता हों या फिर सरकारी संस्थाएं हों, सबको अहसास हो चुका है कि जिंदगी एवं आजीविका के बीच एक सही संतुलन रखना होगा।"
 
कर्मचारियों के फिर से दफ्तर लौटने की प्रवृत्ति जोर पकड़ रही है और कंपनियां अपनी भर्ती योजनाओं को लेकर काफी आशावान हैं। मजबूत आर्थिक वृद्धि के अलावा उपभोग स्तर बढ़ने और टीकाकरण का दायरा बढ़ने से भी इसे गति मिली है।
 
एसएचआरएम इंडिया के वरिष्ठ परामर्शदाता नित्य विजयकुमार कहते हैं, "हमें निजी इक्विटी में निवेश और विलय एवं अधिग्रहण सौदों में तेजी देखने को मिल रही है। टीकाकरण की रफ्तार बढ़ने के साथ कुशल प्रतिभाओं की कमी को देखते हुए वर्ष 2022 में रोजगार परिदृश्य तेज रहने की उम्मीद है।"
 
इसी के साथ वह कहते हैं कि महामारी का बुरा दौर बीत जाने के बारे में सिर्फ समय ही बता सकता है। लेकिन बड़ी कंपनियां और स्टार्टअप नई भर्तियों को लेकर खासी उत्साहित हैं।
 
मैनपावरग्रुप के रोजगार परिदृश्य सर्वेक्षण के मुताबिक, जनवरी-मार्च तिमाही में भर्ती की धारणा पिछले आठ साल में सबसे ज्यादा है। इस अवधि में भारत में करीब 49 प्रतिशत कंपनियां नई भर्तियों की योजना बना रही हैं।
 
इस सर्वेक्षण के मुताबिक, पिछली तिमाही की तुलना में भर्ती धारणा पांच प्रतिशत सुधरी है जबकि एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले यह वृद्धि 43 प्रतिशत है। जहां तक मार्च तिमाही में होने वाली भर्तियों का सवाल है तो विशेषज्ञता रखने वाले और खास तरह के कौशल से भरपूर कर्मचारियों की मांग अधिक रहेगी।
 
मर्कर मेटल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सिद्धार्थ गुप्ता कहते हैं, "वर्ष 2022 में भर्ती का अहम मुद्दा विशेषज्ञ भूमिका का होगा। खास भूमिका के लिए सही लोगों की तलाश रहेगी। नियोक्ताओं की नजर सही उम्मीदवार की तलाश पर होगी।"
 
गुप्ता के मुताबिक, महामारी काल में बड़े पैमाने पर हुए इस्तीफों और डिजिटलीकरण की प्रक्रिया ने काम को परिभाषित करने के तरीके हमेशा के लिए बदल दिए हैं। इसके अलावा काम के घंटों के आधार पर उत्पादकता को परखने के दिन भी अब बीती बात हो गए हैं।

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