भारत के सहायक कोच अभिषेक नायर ने बृहस्पतिवार को शुभमन गिल को बॉक्सिंग डे टेस्ट से बाहर करने का बचाव करते हुए कहा कि रोहित शर्मा से पारी का आगाज कराना ही टीम के हित में नहीं था बल्कि स्पिन ऑलराउंडर वाशिंगटन सुंदर को शामिल करके आक्रमण को पैना करना भी था।
गिल उंगली की चोट के कारण पहले टेस्ट में नहीं खेल पाये थे, उन्होंने गुलाबी गेंद के टेस्ट में 31 और 28 रन बनाए। वह भारतीय बल्लेबाजों में सबसे भरोसेमंद दिखे, लेकिन ब्रिस्बेन में शून्य पर आउट हो गए।
रोहित शर्मा के पारी की शुरुआत करने और केएल राहुल के तीसरे नंबर पर आने के कारण गिल को तीसरे विशेषज्ञ ऑलराउंडर वाशिंगटन के लिए जगह बनानी पड़ी।
दिन का खेल खत्म होने के बाद नायर ने कहा, हां, रोहित बल्लेबाजी क्रम में ऊपर आएंगे और पूरी संभावना है कि वह पारी की शुरुआत करेंगे। यही योजना थी। दुर्भाग्य से गिल को बाहर होना पड़ा जिस तरह से चीजें आगे बढ़ीं उन्हें बाहर होना पड़ा।
मुंबई के पूर्व दिग्गज ने कहा, मुझे लगता है कि इस तरह की स्थिति में एक युवा खिलाड़ी बड़े दिन पर अपनी छाप छोड़ना चाहता है। वह समझता है कि यह टीम की जरूरत है और यह दुर्भाग्यपूर्ण है। लेकिन मैं यह नहीं कहूंगा कि उसे टीम से बाहर कर दिया गया है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि वह इस मैच टीम में जगह नहीं बना सका।
उन्होंने विस्तार से बताया कि गिल की तुलना में एमसीजी में वाशिंगटन को खिलाना क्यों उचित था।
उन्होंने कहा, जब बहुत सारे फैसले लिए जाते हैं और उन्हें लेने की प्रक्रिया होती है तो हमेशा बातचीत और पारदर्शिता होती है। यह बहुत स्पष्ट है कि हमने पिच को देखते हुए महसूस किया कि गेंदबाजी आक्रमण में वाशी के होने से हमें विविधता मिलेगी, खासकर अंत में जब गेंद पुरानी हो जाती है।
नायर ने कहा, 50 ओवर के बाद हमें लगा कि यह एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें हमें बेहतर होना चाहिए। हमें लगा कि वाशी हमें जड्डू (रविंद्र जडेजा) के साथ मजबूती प्रदान कर सकता है, विशेषकर जिस तरह से ट्रेविस हेड और एलेक्स कैरी निचले क्रम में रन बना रहे थे। इसलिए हमें लगा कि टीम में एक ऑफ स्पिनर होने से हमें इसमें मदद मिलेगी। (भाषा)