2 बहनों को अफगानिस्तान में छोड़ कनाडा गई यह महिला क्रिकेटर ICC पर बरसी
बुधवार, 1 सितम्बर 2021 (13:23 IST)
कुछ ही दिनों पहले यह खबर आई थी कि दुबई स्थित आईसीसी कार्यालय काबुल में अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (एसीबी) के सदस्यों के साथ देश में हो रहे परिवर्तनों के प्रभाव को पूरी तरह से समझने के लिए लगातार संपर्क में है। वहीं महिला क्रिकेट सूचारू रूप से आगे बढ़े इसकी भी आईसीसी कोशिश कर रहा है।
लेकिन फिलहाल जो खबर आ रही है उससे लगता है कि आईसीसी की कोशिश नाकाफी साबित हो रही है।
अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद से खेल को नुकसान हुआ है।अफगानिस्तान महिला क्रिकेट टीम की सदस्य रोया शमीम अपनी दो बहनों के साथ देश छोड़कर कनाडा चली गई हैं। उन्होंने कहा कि सभी महिला खिलाड़ियों ने आईसीसी से मदद मांगी, लेकिन उनकी ओर से कुछ नहीं किया गया। पिछले साल अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड की ओर से 25 महिला खिलाड़ियों को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट दिया गया था।
रोया शमीम ने कहा, सभी खिलाड़ियों ने आईसीसी को मेल किया, लेकिन उनकी ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। वे हमें जवाब क्यों नहीं देते। वे हमें क्यों नहीं मानते। हमारे साथ ऐसा व्यवहार करते हैं कि जैसे हम इस दुनिया में मौजूद नहीं हैं। हालांकि आईसीसी ने कहा कि उन्हें मदद को लेकर किसी तरह का मेल नहीं मिला है। हम अफगानिस्तान बोर्ड के साथ मिलकर स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। शमीम और उनकी 2 बहनें तालिबान के आने से पहले काबुल से निकल गई थीं।
राशिद खान का भी परिवार फंसा है अफगानिस्तान में
इंग्लैंड में द हंड्रेड टूर्नामेंट खेल रहे राशिद खान भी अपने परिवार के लिए चिंतित है। वह अपने परिवार को अफगानिस्तान से निकालना चाहते हैं। यह चिंता सिर्फ राशिद खान की ही नहीं अन्य अफगानिस्तानी क्रिकेटरों की भी है।
पुरुषों का टूर्नामेंट भी 2022 तक बढ़ा था
अफगानिस्तान पाकिस्तान सीरीज पर लगातार खतरा मंडरा रहा था। अफवाह थी कि यह सीरीज श्रीलंका की जगह पाकिस्तान में खेली जाएगी। लेकिन ताजा हालतों और फ्लाइट पर पाबंदियों को देखते हुए यह सीरीज अगले साल के लिए टाल दी गई है।