Rohit Sharma India vs New Zealand : भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेले जा रहे पहले मैच की शुरुआत भारत के लिए बेहद शर्मनाक रही, न्यूजीलैंड के गेंदबाजों ने भारतीय टीम को 46 पर ऑल आउट कर दिया था जो कि घरेलू मैदान पर भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में सबसे कम स्कोर है। इससे पहले भारत में टीम का सबसे कम टेस्ट स्कोर 75 रन था जो 1987 में वेस्टइंडीज के खिलाफ दिल्ली में बनाया था।
विराट, के एल राहुल, सरफराज खान, अश्विन और जडेजा अपना खाता खोले बिना ही पवेलियन लौट गए थे। इसके बाद टीम की काफी आलोचना हुई और ये सवाल भी खड़ा हुआ कि रोहित शर्मा ने बेंगलुरु की ओवरकास्ट कंडीशन में रोहित ने बैटिंग करना उचित क्यों समझा।
ऐसे कई सवाल लोगों के मन में थे जो वे कप्तान और टीम से पूछना चाहते थे। हालांकि मैच के बाद रोहित शर्मा ने स्वीकार किया कि उन्होंने पिच को गलत तरीके से पढ़ा और टॉस जीत बैटिंग करने का फैसला गलत साबित हुआ।
अब आप रोहित शर्मा के मजाकिया अंदाज और कमाल के सेंस ऑफ ह्यूमर से तो वाकिफ ही है। वे मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस का आगाज एक अलग अंदाज में करते हुए बोले चलाओ तलवार
उन्होंने पीसी में कहा ' हमें लगा कि पहले सेशन के बाद पिच सीमर्स को इतना मदद नहीं करेगी। पिच पर इतनी घास भी नहीं थी। हमने सोचा था कि पिच फ्लैट होगी। यह गलती मेरी तरफ से हुई। मैं पिच तो सही से नहीं पढ़ पाया।"
उन्होंने कहा "बतौर कप्तान 46 रन का स्कोर देखकर दुखी हूं क्योंकि पहले बल्लेबाजी का फैसला मेरा था । लेकिन साल में एक या दो खराब फैसले चलते हैं।
उन्होंने कहा, आज का दिन हमारे लिए खराब रहा। लेकिन हमने पहले भी इस तरह के कई मैच खेले हैं। लेकिन हमें जितना हो सके खुद को चुनौती देनी चाहिए।
It is fantastic to see Captain Rohit Sharma come to the press conference today after a bad day for India. And also he accepted his wrong decision with grace.
बादलों के बावजूद रोहित ने तेज गेंदबाज आकाशदीप की जगह बाएं हाथ के कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव को शामिल करने के पीछे के तर्क पर कहा, जैसा कि मैंने कहा कि पिच पर ज्यादा घास नहीं थी। इसलिए कुलदीप को शामिल करने का कारण यह था कि उसने सपाट पिचों पर विकेट लिए हैं। इसलिए हमें उम्मीद थी कि पिच थोड़ी सपाट होगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
भारत के लिए तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने वाले शुभमन गिल को इस मैच में गर्दन में अकड़न के कारण बाहर बैठना पड़ा इसलिए विराट कोहली 8 साल बाद इस स्थान पर बल्लेबाजी करने उतरे।
रोहित ने कहा कि इस क्रम पर बल्लेबाजी करने का फैसला कोहली का था। उन्होंने कहा, अनुभवी खिलाड़ियों को ही अतिरिक्त जिम्मेदारी लेनी होती है। यह एक अच्छा संकेत है। इस बार विराट ने ऐसा किया। वह ऐसा करने के लिए तैयार थे। हमने उनसे पूछा कि क्या वह तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी कर सकते हैं।
उन्होंने कहा, हम सरफराज को इस स्थान पर खिलाना चाहते थे। वह आमतौर पर चौथे, पांचवें या छठे नंबर पर बल्लेबाजी करता है। लेकिन हम ऋषभ और केएल (राहुल) को बदलना नहीं चाहते थे। इसलिए, सरफराज चौथे नंबर पर और विराट तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे।
रोहित ने पहली पारी में भारतीय बल्लेबाजों को परेशान करने वाले हेनरी (Matt Henry) और ओ राउरकी (William ORourke) की प्रशंसा की।
उन्होंने कहा, वे घर पर इस तरह की परिस्थितियों में खेलते हैं। वे जानते हैं कि जब परिस्थितियां ऐसी हों तो क्या करना है। उनके गेंदबाजों ने हमारे बल्लेबाजों को चुनौती दी।