शीर्षक्रम के बल्लेबाजों को रन बनाते देख चेन्नई सुपर किंग्स के मुख्य कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने राहत की सांस ली लेकिन लगातार चार हार के बाद उन्हें लगता है कि आईपीएल का यह सत्र टीम के लिये निराशाजनक है।पंजाब किंग्स से मिले 220 रन के लक्ष्य के जवाब में चेन्नई 18 रन से चूक गई।फ्लेमिंग ने मैच के बाद मीडिया से कहा , अब तक यह सत्र निराशाजनक रहा है।
उन्होंने कहा ,कैचिंग खराब रही है लेकिन वह दोनों टीमों की ही खराब थी। लाइट के साथ कुछ दिक्कत थी या क्या, पता नहीं लेकिन फील्डिंग चिंता का विषय है।
चेन्नई सुपर किंग्स अभी तक पांच मैचों में 13 कैच टपका चुकी है और तीन कैच पंजाब किंग्स के खिलाफ छोड़े।
चेन्नई के लिये सलामी बल्लेबाज डेवोन कोंवे और रचिन रविंद्र ने 69 रन की साझेदारी की। इसके बाद कोंवे और शिवम दुबे ने तीसरे विकेट के लिये 89 रन जोड़े।
फ्लेमिंग ने कहा , सकारात्मक बात यह है कि हमने बेहतर बल्लेबाजी की। शीर्षक्रम से मदद मिली जो अब तक नहीं मिली थी।
उन्होंने कहा , बीच के ओवरों में हम रनरेट कायम नहीं रख सके जिससे आखिर में दबाव बढ गया। लेकिन इससे पहले हम जल्दी ही मैच से बाहर होते रहे हैं जिसे देखते हुए अंत तक मैच को खींचना सकारात्मक पहलू है। हमने फील्डिंग में मैच गंवा दिया।
फ्लेमिंग ने पंजाब किंग्स के प्रियांश आर्य की तारीफ की जिसने दूसरे छोर से लगातार विकेट गिरते रहने के बावजूद 42 गेंद में 103 रन बनाये।उन्होंने कहा , यह उसका दिन था। उसने पहली ही गेंद से शानदार खेला। यह बहुत साहस की बात है कि पहली गेंद पर आउट होने के बाद आप इस तरह आकर ऐसी पारी खेलते हैं।
पंजाब के लिये 36 गेंद में 52 रन बनाने वाले शशांक सिंह ने प्रदेश स्तर की टी20 स्पर्धाओं का समर्थन करते हुए कहा , इस तरह की लीग से ही प्रियांश आर्य , दिग्वेश राठी (लखनऊ सुपर जाइंट्स) जैसे खिलाड़ी निकले हैं।
उन्होंने कहा , इस तरह की लीग में दूधिया रोशनी में कूकाबूरा गेंद से खेलने और दबाव का सामना करने का अनुभव मिलता है।(भाषा)