ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट के बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है।वॉर्नर ने अफगानिस्तान द्वारा बंगलादेश को आठ रन कर सेमीफाइनल में प्रवेश करने के बाद ऑस्ट्रेलिया के टी-20 विश्वकप 2024 से बाहर होने के साथ संन्यास की घोषणा की है। इसी के साथ ही वॉर्नर डेविड का 15 साल का अंतरराष्ट्रीय करियर को समाप्त हो गया है।
उन्होंने एकदिवसीय विश्वकप 2023 में अपना आखिरी मैच और इसके बाद जनवरी 2024 में पाकिस्तान के साथ अपना आखिरी टेस्ट मैच खेला था। उन्होंने भारत के खिलाफ टी-20 विश्वकप 2024 में अपने टी-20 करियर का अंतिम मैच खेला है। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए वर्ष 2009 में टी-20 प्रारूप से ऑस्ट्रेलिया के लिए पदार्पण किया था। उन्होंने 11 जनवरी 2009 को मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपना पहला टी-20 मैच खेला था। इस वर्ष 18 जनवरी को दक्षिण अफ्रीका खिलाफ एकदिवसीय मैच में पर्दापण किया। उन्होंने 2011 में न्यूजीलैंड के खिलाफ ब्रिसबेन में टेस्ट मैच में पर्दापण किया था।
उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के 112 टेस्ट में 8786 रन बनाए जिसमें अर्धशतक 37 और शतक 26 शामिल है। वहीं 161 एकदिवसीय मैचों में 6932 रन बनाए। इसमें अर्धशतक 33 और शतक 22 है। 110 टी-20 मैचों में 3277 रन बनाए। जिसमें 28 अर्धशतक और एक शतक शामिल है।
वॉर्नर की विदाई पर जॉश् हेजलवुड ने कहा, “हमने टेस्ट क्रिकेट में देखा, वनडे क्रिकेट में देखा और अब टी20 क्रिकेट में। उनके बिना खेलने की आदत हमने थोड़ी सी न्यूज़ीलैंड में डाल ली थी। ऐसे खिलाड़ी को खोना हमेशा ही मुश्किल होता है जो हमारे साथ लंबे समय से था। लेकिन हमें आगे बढ़ना होग
ट्रेविस हेड ने कहा, “वॉर्नर के करियर का इस तरह का अंत देखना दुखद है। हम वाकई में दुखी होंगे अगर उनके करियर का इस तरह से अंत हो, जहां पर दूसरे मैच पर उनका आगे का करियर टिका हो। उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के लिए तीनों प्रारूपों में शीर्ष क्रम पर बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है।”
वार्नर जैसा तीनों प्रारूप में प्रभाव छोड़ने वाला खिलाड़ी मिलना मुश्किल: पोंटिंग
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने टी20 विश्व कप के बाद संन्यास लेने वाले सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर की जमकर प्रशंसा करते हुए मंगलवार को कहा कि उनके जैसा तीनों प्रारूप में अपना प्रभाव छोड़ने वाला खिलाड़ी मिलना बेहद मुश्किल होगा।
अफगानिस्तान की बांग्लादेश के खिलाफ जीत के साथ ही वार्नर का 15 साल तक चला अंतरराष्ट्रीय करियर भी समाप्त हो गया। अफगानिस्तान की जीत के कारण ऑस्ट्रेलिया सेमीफाइनल में जगह नहीं बना पाया।
पोंटिंग ने आईसीसी के एक कार्यक्रम में कहा,मैंने उनके कंधे पर हाथ रखा और कहा कि आज की रात कुछ देर के लिए बैठो और ऑस्ट्रेलिया के लिए तीनों प्रारूप में अपने अविश्वसनीय करियर पर विचार करो।
उन्होंने कहा,हम जानते थे कि उन्होंने पिछली गर्मियों में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था, लेकिन आपको वैसा खिलाड़ी मिलना मुश्किल है जिसने ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट में डेविड वॉर्नर की तरह तीनों प्रारूप में अपनी छाप छोड़ी हो।
वार्नर पोंटिंग की कप्तानी में भी खेले। बाद में जब पोंटिंग दिल्ली कैपिटल्स के मुख्य कोच बने तो वार्नर भी इस टीम का हिस्सा रहे थे।
पोंटिंग ने कहा,मैं उनके साथ खेला भी हूं और पिछले दो साल से आईपीएल में उनका कोच भी रहा। मैंने वास्तव में उनके साथ रहने का पूरा आनंद लिया। उन्होंने जो कुछ किया उसके लिए उन्हें खुद पर गर्व होना चाहिए।