भारतीय गेंदबाजों को इस कारण से नहीं खेल पा रहे थे इंग्लैंड के बल्लेबाज, मलान ने किया खुलासा
बुधवार, 15 सितम्बर 2021 (12:52 IST)
नई दिल्ली: वैसे तो इंग्लैंड के दौरे पर गई भारतीय टेस्ट टीम में इस बार कोई बाएं हाथ का तेज गेंदबाज नहीं था फिर भी इंग्लैंड की टेस्ट टीम में वापसी करने वाले डेविड मलान को लगता है कि भारतीय गेंदबाजी क्रम की विविधता के कारण इंग्लैंड की पूरी टीम उनको खेलने में अक्षम रही।
इंग्लैंड के आक्रामक बल्लेबाज डेविड मलान का मानना है कि भारतीय गेंदबाज एक दूसरे से इतने अलग है कि कोई बल्लेबाज उन्हें खेलने का अभ्यस्त नहीं हो सकता।
इंग्लैंड के खिलाफ हाल ही में हुई पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला में भारतीय तेज गेंदबाजों ने बेहतर प्रदर्शन किया। भारत 2 . 1 से आगे था जब पांचवां मैच भारतीय खेमे में कोरोना संक्रमण के मामले आने के बाद रद्द कर दिया गया।
तीन साल बाद टेस्ट टीम में लौटे मलान ने कहा कि जसप्रीत बुमराह , मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज जैसे गेंदबाज एक दूसरे से अलग हैं और जब वे साथ में गेंदबाजी करते हैं तो बल्लेबाजों के लिये काफी मुश्किल हो जाती है।
उन्होंने कहा , ये सभी काफी कठिन है। भारतीय आक्रमण के बारे में एक बात है कि वे सभी एक दूसरे से अलग है । उनके खिलाफ खेलने की आदत कभी नहीं बन सकती। एक को खेलने की आदत होती है तो दूसरा नयी चुनौती पेश करता है । सभी ने श्रृंखला में बेहतरीन प्रदर्शन किया।
भला हो अश्विन शामिल नहीं हुए थे
मलान ने खुशी जताई कि रविचंद्रन अश्विन भारतीय टीम में शामिल नहीं थे। उन्होंने कहा , इसलिये नहीं कि वह महान गेंदबाज नहीं है, वह गंभीर गेंदबाज है । वह सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों में से एक है। मेरे लिये इस पर टिप्पणी करना मुश्किल होगा कि वह टीम में क्यो नहीं थे।
उन्होंने कहा ,भारतीय टीम प्रबंधन, कप्तान ने जडेजा और अश्विन में से जडेजा को चुना। वे श्रृंखला में आगे थे तो उस फैसले पर बहस नहीं की जा सकती। मुझे खुशी है कि अश्विन नहीं खेला।
लचर बल्लेबाजी से जूझ रही इंग्लैंड की टीम ने डेविड मलान को हेडिंग्ले में टीम में शामिल किया था। इस टेस्ट में बल्लेबाजी करने से पहले मलान का टेस्ट में औसत महज 27 का था। हालांकि हेडिंग्ले में अपना चयन मलान ने सही साबित किया और वापसी पर 70 रन ठोके।
लेकिन वह अपना यह फॉर्म ओवल पर खेले गए चौथे टेस्ट में जारी नहीं रख सके और पहली पारी में 31 रन और दूसरी पारी में 5 रन बनाकर आउट हो गए। हालांकि अब इंग्लैंड को उनसे सबसे बड़ी उम्मीद टी-20 विश्वकप में होगी क्योंकि वह टी-20 क्रिकेट के नंबर 1 रैंक के बल्लेबाज है।