पिछले साल बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट की पहली पारी में 6 रनों पर बाहर जाती गेंद का शिकार हुए विराट कोहली के लिए समय का पहिया शुरु हो गया था यह किसी को नहीं पता था। पहली पारी में 6 रनों पर बाहर जाने वाली गेंद का शिकार बने विराट कोहली दूसरी पारी में स्पिनर का शिकार हुए और 37 गेंदो में 17 रन बना पाए।
न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में विराट एक बार 72 रन बना सके और बाकी पूरी सीरीज फ्लॉप रहे। वह एक बड़ा कारण बने जिससे भारत ने यह सीरीज 0-3 से गंवाई। बोर्डर गावस्कर ट्रॉफी में विराट कोहली ने 5 मैचों में 23 की औसत के साथ 190 रन बनाए। पर्थ और मेलबर्न में दो पारियों में 136 रन को छोड़ दिया जाए तो बाकी सात पारियों में उन्होंने महज 54 रन बनाए।
पिछले 5 साल में विराट कोहली सिर्फ 3 टेस्ट शतक जमा पाए। दिलचस्पी की बात यह है कि साल 2020 में वह टेस्ट शतकों की दौड़ में सबसे आगे थे और अब सबसे पीछे हैं। जनवरी 2020 में पूर्व भारतीय कप्तान विराट कोहली 27 टेस्ट शतक बनाकर सबसे आगे थे। उनके पीछे पूर्व ऑस्ट्रेलिया कप्तान स्टीव स्मिथ 26 शतकों के साथ दूसरे स्थान पर थे।
तीसरे स्थान पर पूर्व न्यूजीलैंड कप्तान केन विलियमसन 21 शतकों के साथ दौड़ में थे तो वहीं पूर्व इंग्लैंड कप्तान जो रूट 17 शतकों के साथ अंतिम स्थान पर थे।
लेकिन इन 5 सालों में ही सबसे बड़ा उलटफेर हुआ और यह उलटफेर किया पूर्व इंग्लैंड कप्तान जो रूट ने इस दौरान उन्होंने 54 की औसत से 5043 रन बनाए जिसमें 17 शतक शामिल थे। उनके कुल शतक 34 हो गए और वह अब फैब 4 में सबसे शीर्ष पर हैं।
दिलचस्प बात यह है कि जो रूट का भारतीय सरजमीन पर विराट कोहली से बेहतर रिकॉर्ड रहा। इन 5 सालों में जो रूट 2 शतक भारत में बना पाए वहीं विराट कोहली सिर्फ 1।
दूसरे स्थान पर रहे स्टीव स्मिथ निरंतर रहे और उन्होंने 45 की औसत से 2521 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 6 टेस्ट शतक जड़े और उनके कुल शतकों का आंकड़ा 32 हो गया। उनका प्रदर्शन और शतकों का आंकड़ा और बेहतर हो सकता था अगर वह निवर्तमान डेविड वॉर्नर की सलामी बल्लेबाज जगह को ना अपनाकर चौथे स्थान पर ही बल्लेबाजी करते तो।
"Virat Kohli may no longer be the best of the Fab Four, and time might be running out for him, but if theres one thing weve learned from watching him all these years, its that you can never truly count him out."
केन विलियमसन अब भी तीसरे स्थान पर ही खड़े है। उन्होंने बीते 4 सालों में 68 की शानदार औसत के साथ 2419 रन बनाए। इन दौरान उन्होंने 11 शतक लगाए और उनके शतकों का कुल आंकड़ा भी 32 हो गया।
वहीं विराट कोहली ने ना केवल बीते 5 सालों में सिर्फ 3 शतक जमाए बल्कि उनका औसत भी इन तीनों से कम रहा। वह 30 की औसत से 2000 रन बना पाए। उनके कुल शतकों का आंकड़ा 30 है।
विराट कोहली को WTC 2023-2025 में अपने 10 टेस्ट मैचों में कम से कम 4 शतक की जरूत थी लेकिन वह 1 शतक ही लगा पाए। WTC 2025-2027 तक वह फिट भी रहेंगे या नहीं यह सोचकर उन्होंने अपने समकालीन क्रिकेटरों से हार मानना ही बेहतर समझा।