हैदराबाद। ऑफ स्पिनर रविचन्द्रन अश्विन (73 रनों पर 4 विकेट) और लेफ्ट आर्म स्पिनर रवीन्द्र जडेजा (78 रनों पर 4 विकेट) की जुगलबंदी ने एक बार फिर अपना काम कर दिखाया और भारत ने बांग्लादेश से एकमात्र टेस्ट सोमवार को 208 रनों के बड़े अंतर से जीत लिया।
कप्तान विराट कोहली की अपनी कप्तानी में यह 15वीं जीत है और इसके साथ ही वे मोहम्मद अजहरुद्दीन को पीछे छोड़कर भारत के तीसरे सबसे सफल कप्तान बन गए हैं। भारत ने रविवार को बांग्लादेश को 459 रनों का लक्ष्य दिया था जिसका पीछा करते हुए बांग्लादेश ने 5वें और अंतिम दिन 3 विकेट पर 103 रनों से आगे खेलना शुरू किया और उसकी दूसरी पारी कप्तान विराट कोहली के अंतिम विकेट पर रेफरल मांगने के बाद 100.3 ओवर में 250 रनों पर सिमट गई।
भारत की 2015 में श्रीलंका को हराने के बाद से यह लगातार 6ठी सीरीज जीत है। विराट की कप्तानी में भारत 19 मैचों में अब तक अपराजित है। विराट ने इसके साथ ही सुनील गावस्कर के रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ दिया है। विराट देश के तीसरे सबसे सफल टेस्ट कप्तान भी बन गए हैं। उनसे आगे सौरव गांगुली और महेंद्र सिंह धोनी हैं।
टीम इंडिया की जीत रेफरल पर मिली जिसकी वकालत खुद कप्तान विराट ने की थी। विराट के जोर देने के बाद ही भारत की सीरीज में रेफरल का इस्तेमाल किया गया था और भारत को आखिरी विकेट निकालने में इसका पूरा फायदा मिला। ऑफ स्पिनर अश्विन ने तस्कीन अहमद के खिलाफ पगबाधा की अपील की।
अंपायर मथायस एरसमस ने दूसरे अंपायर जोएल विल्सन ने विचार-विमर्श करने के बाद तीसरे अंपायर की मदद मांगी। एरसमस ने अपना फैसला आउट दिया लेकिन तीसरे अंपायर ने बल्लेबाज को नॉटआउट करार दिया।
तीसरे अंपायर ने उस समय पगबाधा को चेक नहीं किया लेकिन विराट ने तुरंत पगबाधा के लिए रेफरल मांगा और भारत को पगबाधा फैसले के साथ ही जीत मिल गई यानी 1 गेंद पर 2 रिव्यू हुए और अश्विन के खाते में चौथा विकेट आ गया।
अश्विन ने 30.3 ओवर में 73 रनों पर 4 विकेट लिए जबकि जडेजा ने 37 ओवर में 78 रनों पर 4 विकेट हासिल किए। अश्विन ने मैच में कुल 6 विकेट और जडेजा ने भी 6 विकेट हासिल किए। दोनों ने मैच में कुल 12 विकेट झटके। दूसरी पारी में तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा ने 13 ओवर में 40 रनों पर 2 विकेट लिए। भारतीय कप्तान विराट को उनके दोहरे शतक के लिए 'मैन ऑफ द मैच' का पुरस्कार दिया गया।
भारत ने यह एकमात्र टेस्ट जीत लिया लेकिन इस मैच में बांग्लादेश ने अपनी संघर्ष क्षमता से सभी को प्रभावित किया। भारतीय मैदानों पर न्यूजीलैंड और इंग्लैंड की टीमें भारतीय स्पिनरों के सामने 4 दिनों के अंदर ही घुटने टेक रही थीं जबकि बांग्लादेश ने इस मैच को 5वें दिन तक खींचा। बांग्लादेश ने पहली पारी में 388 रन बनाने के लिए 127.5 ओवर खेले और दूसरी पारी में 250 रन बनाने के लिए 100.3 ओवर खेले।
बांग्लादेश ने इस तरह भारतीय जमीन पर वर्ष 2000 के बाद से चौथी पारी में दूसरा सर्वाधिक स्कोर बनाया है। बंग्लादेश ने सुबह 3 विकेट पर 103 रनों से आगे खेलना शुरू किया। महमूदुल्लाह ने 9 और शाकिब अल हसन ने 21 रनों से अपनी पारी को आगे बढ़ाया।
बांग्लादेश को चौथा झटका जल्द ही लग गया, जब जडेजा ने शाकिब को चेतेश्वर पुजारा के हाथों शॉर्ट लेग पर कैच करा दिया। शाकिब ने 50 गेंदों पर 22 रनों में 4 चौके लगाए। महमूदुल्लाह और कप्तान मुशफिकुर रहीम (23) ने 5वें विकेट के लिए 56 रनों की साझेदारी की। पहली पारी में 127 रन बनाने वाले मुशफिकुर अच्छी लय में दिख रहे थे लेकिन अश्विन ने दूसरी पारी में भी उनका शिकार कर लिया।
मुशफिकुर ने एक खराब शॉट खेला और जडेजा ने मिडऑफ पर एक आसान कैच लपक लिया। मुशफिकुर के इस खराब शॉट ने बांग्लादेश की पारी के पतन का रास्ता खोल दिया। मुशफिकुर ने 44 गेंदों पर 23 रनों में 2 चौके और 1 छक्का लगाया।
मुशफिकुर के आउट होने के बाद शब्बीर रहमान (22) ने भी महमूदुल्लाह का अच्छा साथ दिया। महमूदुल्ला ने 149 गेंदों में 7 चौकों की मदद से 64 रन बनाए, जो उनका 13वां अर्द्धशतक था। कप्तान विराट ने तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा को मोर्चे पर लगाया और ईशांत ने शब्बीर को पगबाधा कर दिया। शब्बीर ने 61 गेंदों पर 22 रनों की पारी में 3 चौके और 1 छक्का लगाया।
महमूदुल्लाह को ईशांत ने भुवनेश्वर के हाथों कैच कराया और बांग्लादेश का बचा-खुचा संघर्ष समाप्त कर दिया। वे 7वें बल्लेबाज के रूप में 225 के स्कोर पर आउट हुए। मेहदी हसन मिराज ने 61 गेंदों में 4 चौकों के सहारे 23 रन बनाए लेकिन जडेजा ने उन्हें रिद्धिमान साहा के हाथों कैच करा दिया।
बांग्लादेश का 8वां विकेट 242 के स्कोर पर गिरा। जडेजा ने तैजुल इस्लाम को लोकेश राहुल के हाथों कैच कराया। तैजुल ने 1 ऊंचा शॉट खेला और राहुल और मुरली विजय दोनों एकसाथ इस कैच को लपकने के लिए आगे आए। दोनों ने हेलमेट पहन रखे थे, अच्छा यह रहा कि कोई टकराव नहीं हुआ और राहुल ने कैच लपक लिया। तस्कीन अहमद तीसरे अंपायर के फैसले से बचने के बाद फिर रेफरल पर तीसरे अंपायर का ही शिकार बने।
कप्तान विराट ने यह टेस्ट जीतने के बाद एक स्टम्प उखाड़ा और अपने साथियों का नेतृत्व करते हुए मैदान के बाहर चल दिए। विराट ने इस मैच में 204 रन बनाए थे, जो लगातार चौथी सीरीज में उनका दोहरा शतक था और यह उपलब्धि हासिल करने वाले वे पहले बल्लेबाज बने। (वार्ता)