माउंट मोनगानुई (न्यूजीलैंड)। भारतीय कप्तान विराट कोहली ब्रेक से पहले न्यूजीलैंड के खिलाफ सोमवार को यहां होने वाले तीसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में जीत के साथ 5 मैचों की श्रृंखला में विजयी बढ़त हासिल करने के इरादे से उतरेंगे।
बीसीसीआई ने कोहली के बोझ को कम करने के लिए भारतीय कप्तान को तीसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच के बाद आराम दिया है और वे चाहेंगे कि ऑस्ट्रेलिया में पहली बार टेस्ट और एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय द्विपक्षीय श्रृंखला जीतने के बाद वे अपने अभियान का अंत जीत के साथ करें।
भारत अगर सोमवार को जीत के साथ 3-0 की विजयी बढ़त हासिल कर लेता है तो यह 2014 में न्यूजीलैंड में हुई सीमित ओवरों की श्रृंखला में हार का बदला होगा, जब टीम इंडिया ने श्रृंखला 0-4 से गंवाई थी। सभी की नजरें तीसरे एकदिवसीय की टीम में हार्दिक पांड्या को शामिल करने पर टिकी होंगी। टीवी शो पर महिलाओं के प्रति विवादास्पद टिप्पणी के बाद हार्दिक को अस्थायी निलंबन का सामना करना पड़ा था जिसके बाद यह ऑलराउंडर टीम में वापसी कर रहा है।
कप्तानी कोहली ने स्वीकार किया है कि हार्दिक की मौजूदगी टीम को मजबूती और संतुलन देती है। हार्दिक के विकल्प विजय शंकर उपयोगी क्रिकेटर हैं लेकिन उनमें बड़ौदा के ऑलराउंडर जैसा 'एक्स फैक्टर' नहीं है। विजय शंकर को दूसरे एकदिवसीय मैच में सिर्फ 2 ओवर गेंदबाजी दी गई, जो यह दर्शाता है कि वे अब भी अतिरिक्त जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार नहीं हैं।
विजय शंकर की तुलना में हार्दिक तेज गति से गेंदबाजी कर सकते हैं। विजय शंकर जिन 3 वनडे मैचों में खेले, उनमें वे अपनी गेंदबाजी से बल्लेबाजों को छकाने में नाकाम रहे। पांड्या 6ठे नंबर पर बल्लेबाजी करने में सक्षम हैं और बीच के ओवरों में रन जुटाने में उनकी भूमिका अहम हो सकती है, जैसा कि कप्तान चाहते हैं।
भारतीय टीम में इसके अलावा अधिक बदलाव की जरूरत नहीं नजर आती। दूसरी तरफ न्यूजीलैंड की टीम कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल की भारत की कलाई की स्पिन जोड़ी के सामने अब तक पस्त नजर आई है। इन दोनों ने पहले 2 वनडे में 20 में से 12 विकेट चटकाए हैं। कुलदीप अधिक घातक नजर आए और पहले 2 वनडे में 8 विकेट हासिल कर चुके हैं। उन्होंने दोनों मैचों में 4-4 जबकि चहल ने 2-2 विकेट चटकाए।
तेज गेंदबाजों भुवनेश्वर कुमार और मोहम्मद शमी ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है और टीम के लिए अहम मौकों पर विकेट हासिल किए हैं। भारतीय बल्लेबाजों ने दोनों मैचों में गेंदबाजों का अच्छा साथ निभाया। शिखर धवन की फॉर्म में वापसी से भारत के शीर्ष क्रम को मजबूती मिली है। धवन ने पहले वनडे में नाबाद 75 जबकि दूसरे मैच में 67 गेंदों में 66 रनों की पारी खेली।
पहले वनडे में विफल रहे उपकप्तान रोहित शर्मा ने दूसरे मैच में 87 रनों की पारी खेली और अपने सलामी जोड़ीदार धवन के साथ 14वीं बार शतकीय साझेदारी की। कप्तान कोहली भी दोनों मैचों में अच्छी लय में दिखे जबकि अंबाती रायुडू ने शनिवार को दूसरे वनडे में 49 गेंदों में 47 रनों की पारी खेली। अनुभवी महेंद्र सिंह धोनी ने अपनी अच्छी फॉर्म को आगे बढ़ाते हुए दूसरे वनडे में 33 गेंदों में नाबाद 48 रन बनाकर भारत का स्कोर 300 रन के पार पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई जबकि केदार जाधव ने फिनिशर की भूमिका निभाई।
टीम की बल्लेबाजी मजबूत नजर आ रही है लेकिन 5वां गेंदबाज मेहमान टीम के लिए कुछ चिंता पैदा कर सकता है और यहीं हार्दिक की भूमिका अहम हो सकती है। भारत ने विश्व कप से पूर्व अपने मध्यक्रम को अंतिम रूप नहीं दिया है। तीसरे वनडे के बाद जब कोहली ब्रेक लेंगे तो दिनेश कार्तिक को कप्तान की गैरमौजूदगी में मध्यक्रम में जगह मिल सकती है। टीम प्रबंधन शुभमन गिल को भारत की ओर से पदार्पण करने का मौका भी दे सकता है।
न्यूजीलैंड के लिए कप्तान केन विलियम्सन पहले वनडे में शीर्ष स्कोरर रहे जबकि दूसरे मैच में क्रीज पर संक्षिप्त समय बिताने के दौरान लय में नजर आए। ऑलराउंडर डग ब्रेसवेल ने 46 गेंदों में 57 रनों की पारी खेलकर हार के अंतर को कम किया लेकिन टीम का अन्य कोई बल्लेबाज अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में नहीं बदल पाया।
टीमें इस प्रकार हैं-
भारत : विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा, शिखर धवन, महेंद्र सिंह धोनी, केदार जाधव, दिनेश कार्तिक, विजय शंकर, शुभमन गिल, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, मोहम्मद शमी, भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद सिराज, खलील अहमद, रवीन्द्र जडेजा और हार्दिक पांड्या।