AUSvsIND: दबाव से जूझ रही भारतीय टीम के सामने ऑस्ट्रेलिया की कठिन चुनौती

WD Sports Desk
गुरुवार, 21 नवंबर 2024 (12:36 IST)
INDvsAUSअपनी धरती पर न्यूजीलैंड के हाथों टेस्ट श्रृंखला में सफाये के बाद भारी दबाव का सामना कर रही भारतीय क्रिकेट टीम शुक्रवार से यहां शुरू हो रही पांच टेस्ट मैचों की बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के पहले मैच में जब आस्ट्रेलिया से भिड़ेगी तो यह मुकाबला खराब फॉर्म से जूझ रहे बल्लेबाजों का भी होगा।

भारत ने 2018 . 19 और 2020 . 21 दौरों पर आस्ट्रेलिया को हराया लेकिन जिस तरह से हाल ही में न्यूजीलैंड ने भारत को उसकी धरती पर टेस्ट श्रृंखला में 3 . 0 से हराया , इससे भारतीय टीम का मनोबल जरूर गिरा होगा।

असलियत यह भी है कि भारतीय टीम के आधार रहे कुछ सितारे अपने कैरियर के आखिरी पड़ाव पर हैं। पैट कमिंस के खिलाफ पांच मैचों की श्रृंखला उनके भावी कैरियर की दशा और दिशा तय करेगी।

न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला से पहले रिकॉर्ड तीसरी बार विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल में प्रवेश लगभग तय लग रहा था लेकिन अब मंजिल काफी दूर नजर आ रही है। भारत को इसके लिये आस्ट्रेलिया को हर हालत में 4 . 0 से हराना होगा। यह उतना ही मुश्किल लग रहा है जैसे भारतीय फुटबॉल टीम का फीफा के दोस्ताना मैच में ब्राजील या अर्जेंटीना को हराना।

वैसे मौजूदा टीम को करीब से जानने वालों को पता है कि यह टीम दबाव में भी किस तरह वापसी कर सकती है। टीम की क्षमता पर जब भी सवाल उठे हैं , इसने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर दिखाया है।

कार्यवाहक कप्तान बुमराह ने पहले टेस्ट से पूर्व प्रेस कांफ्रेंस में कहा ,‘‘ जब आप जीतते हैं तो शून्य से शुरूआत करते हैं लेकिन जब हारते हैं , तब भी तो ऐसा ही होता है । हम भारत से कोई बोझ लेकर नहीं आये हैं। न्यूजीलैंड श्रृंखला से हमने सबक लिया है लेकिन यहां हालात अलग हैं और यहां हमारे नतीजे अलग रहे हैं।’’

दूसरी ओर आस्ट्रेलिया पिछले पांच साल में भारत से मिली करारी हार का बदला चुकता करने के लिये तैयार है। पहले मैच में उसके सामने भारत के नियमित कप्तान (रोहित शर्मा),रिवर्स स्विंग के महारथी ( मोहम्मद शमी) और भावी कप्तान (शुभमन गिल) नहीं होंगे। रोहित पिता बनने के कारण पहले टेस्ट से बाहर हैं जबकि शमी पूरी तरह से फिट नहीं हैं और गिल के अंगूठे में फ्रेक्चर है।

आस्ट्रेलिया दौरे पर कैरियर बनते और बिगड़ते हैं। सचिन तेंदुलकर ने ‘घुमावदार दरारों ’ वाली वाका की पिच पर शतक बनाया है। दिलीप वेंगसरकर और कृष्णामाचारी श्रीकांत को 1991 .92 दौरे के बाद विदा लेनी पड़ी , वह भी सभी ने देखा।

विराट कोहली, रोहित शर्मा और आफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन कैरियर के उस मुकाम पर हैं जहां खराब प्रदर्शन भारी पड़ सकता है। कोहली 2014 में आस्ट्रेलिया में ही ‘किंग कोहली’ बने जब उन्होंने चार शतक लगाये जबकि चेतेश्वर पुजारा और ऋषभ पंत ने आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की नींदें हराम की थी।

यह ऐसी श्रृंखला होगी जिसमें गेंदबाजों का पलड़ा भारी होगा और पहले टेस्ट में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाजों में शुमार जसप्रीत बुमराह भारत की कमान भी संभालेंगे। मोहम्मद सिराज और आकाश दीप तेज गेंदबाजी में उनका साथ दे सकते हैं लेकिन प्रसिद्ध कृष्णा और हर्षित राणा भी चयन के दावेदार हैं।

टीम संयोजन चाहे जो हो , आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज उसे हलके में नहीं ले सकते। स्टीव स्मिथ का मौजूदा विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप चक्र में औसत 36 के आसपास है जबकि उनके कैरियर का औसत 56 से अधिक है। मार्नस लाबुशेन का कैरियर औसत 50 के करीब है लेकिन पिछले दो साल में वह 30 से कम की औसत से रन बना रहे हैं।

आईसीसी टूर्नामेंटों के फाइनल में ट्रेविस हेड भारत के लिये बड़ी चुनौती साबित हुए हैं लेकिन उनका भी औसत इस चक्र में 28 के करीब है। उस्मान ख्वाजा को छोडकर कोई आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहा है। विकेटकीपर एलेक्स कारी और कप्तान पैट कमिंस ने यदा कदा अच्छी पारियां खेली है।

पहले टेस्ट के लिये पिच में नमी और उछाल को देखते हुए भारत हरफनमौला रविंद्र जडेजा की जगह बेहतर स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को उतार सकता है। हरफनमौला नीतिश रेड्डी को मौका मिल सकता है जो निचले क्रम पर बल्लेबाजी के साथ चौथे तेज गेंदबाज की भूमिका निभा सकते हैं।

बल्लेबाजी में भारत के शीर्ष छह बल्लेबाजों में से तीन ने आस्ट्रेलिया में कभी नहीं खेला है और दो के पास चार मैचों का ही टेस्ट अनुभव है। लेकिन यशस्वी जायसवाल, देवदत्त पड्डिकल और ध्रुव जुरेल के पास आत्मविश्वास है। पिछले पांच साल में भारत के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज ऋषभ पंत और स्टायलिश केएल राहुल से काफी उम्मीदें होंगी।(भाषा)
मैच का समय : सुबह 7 . 50 से ।

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