साउथम्पटन में पुरुष टीम के साथ ही क्वारंटीन में रहेंगी भारतीय महिला क्रिकेटर्स
शनिवार, 29 मई 2021 (23:06 IST)
नई दिल्ली:भारतीय महिला क्रिकेट टीम महीने भर लंबी श्रृंखला के लिये पुरूष टीम के साथ ब्रिटेन का दौरा करेगी और उसे ब्रिस्टल में अपना एकमात्र टेस्ट मैच खेलना है लेकिन उसे वहां के बजाय पुरूष टीम के साथ साउथम्पटन में ही कड़े पृथकवास में रहना होगा।
दोनों भारतीय टीमें इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) से अपने पूर्ण पृथकवास कार्यक्रम का इंतजार कर रही हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने शनिवार को मीडिया विज्ञप्ति भेजी लेकिन इसमें कड़े और सामान्य पृथकवास के समय के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
इस यात्रा की जानकारी रखने वाले भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के एक अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर पीटीआई-भाषा से कहा, भारतीय महिला दल वहां पहुंचने के बाद ब्रिस्टल नहीं जायेगा। इसके बजाय वे भी पुरूष टीम के साथ साउथम्पटन जायेंगी और कमरे में पृथकवास शुरू करेंगी। ईसीबी ने अभी तक हमें कार्यक्रम नहीं भेजा है जिसके अनुसार हमें चलना होगा, महिला टीम तभी ब्रिस्टल रवाना होगी जब साउथम्पटन में पृथकवास खत्म हो जायेगा।
दोनों टीमों को हिल्टन होटल में रखा जायेगा जो हैम्पशर बाउल स्टेडियम का ही हिस्सा है।
अधिकारी ने कहा, हमें अपने ट्रेनिंग कार्यक्रम की योजना बनाने की जरूरत है और इसके लिये कड़े और सामान्य पृथकवास का समय जानना बहुत ही महत्वपूर्ण है। ईसीबी हमें पूरा चार्ट सौंपेगा जिसमें पहले दिन से हमारे पृथकवास की जानकारी होगी।
उम्मीद है कि महिला टीम भी उसी होटल में ठहरेगी जो ब्रिस्टल में काउंटी मैदान से जुड़ा है ताकि टीम के लिये जैविक रूप से सुरक्षित क्षेत्र सुनिश्चित हो।
महिला टीम को 16 से 19 जून तक अपना एकमात्र टेस्ट खेलना है और भारत और न्यूजीलैंड के बीच पुरूष विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप का फाइनल हैम्पशर बाउल में 18 जून से शुरू होगा।
भारतीय पुरूष टीम के कप्तान विराट कोहली और सफेद गेंद के उप कप्तान रोहित शर्मा रविवार को सात दिन का कड़ा पृथकवास समाप्त करेंगे और उनके जिम में पूर्ण वर्कआउट करने की उम्मीद है।
अधिकारी ने कहा, कल उनका सात दिन का कड़ा पृथकवास समाप्त होगा। अब वे रवानगी से पहले अगले तीन दिन तक अपने अभ्यास सत्र में हिस्सा ले सकते हैं। लेकिन अगर आप सोचोगे कि भारत में कड़े पृथकवास और छह नेगेटिव आरटी-पीसीआर परीक्षण के बावजूद उन्हें ब्रिटन पहुंचने के बाद एक और कड़े पृथकवास से गुजरना होगा तो यह मुश्किल दौर है और आपको इसी के अनुसार ढलना होगा। (भाषा)