IPL ऐसे बनी दुनिया की दूसरी सबसे महंगी लीग, सिर्फ अमेरिका की NFL है आगे
गुरुवार, 16 जून 2022 (13:32 IST)
मुम्बई:2023 से 2027 आईपीएल चक्र के लिए मीडिया अधिकार का कुल सौदा 48,390.5 करोड़ रुपये में हुआ है। इन सौदों के बाद आईपीएल विश्व के सबसे महंगी लीग में से एक बन गया है।
5 साल पहले से हुई लगभग 3 गुना कमाई
2017 में स्टार इंडिया ने आईपीएल का टीवी और डिजिटल अधिकार कुल 16,347.5 रूपए में हासिल किए थे। पिछले आईपीएल चक्र (2018-22) की तुलना में इस चक्र के अधिकार की क़ीमत 2.96 गुना और 196 फ़ीसदी अधिक है। यह अधिकार उन्हें पांच सीज़न (60 मैच) के लिए मिला था। हालांकि इस बार यह सौदा 48.390.5 करोड़ में हुआ है। इस बार पांच सीज़न में उन्हें 410 मैचों के मीडिया अधिकार मिले हैं।
प्रति मैच मूल्य के मामले में आईपीएल अब केवल अमेरिका के नेशनल फ़ुटबॉल लीग (एनएफएल) से पीछे है और इंग्लिश प्रीमियर लीग से आगे है। प्रत्येक एनएफएल मैच का मूल्य 35.07 मिलियन अमेरिकी डॉलर (2022 में हस्ताक्षरित दस वर्षीय मीडिया अधिकार के आधार पर) है, जबकि 2022-25 में हस्ताक्षरित मीडिया अधिकार के अनुसार इंग्लिश प्रीमियर लीग मैच का मूल्य 11.34 मिलियन यूएस डॉलर है। वहीं आईपीएल में इस बार यह सौदा लगभग 15.11 मिलियन डॉलर में हुआ है।
मीडिया अधिकारों पर आधारित एक आईपीएल मैच अब भारत के घरेलू खेल से लगभग दोगुना (1.96 गुना) है। पिछले आईपीएल चक्र में प्रत्येक मैच का औसत मूल्य 60 करोड़ था जो अब 118.02 करोड़ रूपए का है।
आईपीएल चक्र 2018 से 2022 के लिए टीवी के अधिकार 11050 करोड़ में बेचे गए थे जबकि आईपीएल चक्र 2023 से 2027 के लिए यह मूल्य 23,575 करोड़ है, जो लगभग 113.35% अधिक है।
आईपीएल चक्र 2023 से 2027 तक के लिए भारतीय उपमहाद्वीप में डिजिटल अधिकार के लिए 23758 करोड़ रूपए की बोली लगाई गई। वायकॉम 18 ने पैकैज बी को जीतने के लिए 20,500 करोड़ रूपए ही बोली लगाई। वहीं उन्होंने पैकेज सी के लिए 3257.5 करोड़ की बोली लगाई गई।
इस बार भारतीय उपमहाद्वीप के लिए डिजिटल अधिकारों पर ख़र्च की गई कुल राशि 23,758 करोड़ थी। वायकॉम 18 ने पैकेज बी (भारतीय उपमहाद्वीप के लिए डिजिटल अधिकार) जीतने के लिए 20,500 करोड़ की बोली लगाई, पैकेज सी (केवल हाई-प्रोफाइल मैचों के चयन के लिए भारत में डिजिटल अधिकार भी 3,257.5 करोड़ रूपए में हासिल किया। उपमहाद्वीप में अधिकतम 410 मैचों के लिए डिजिटल अधिकारों को सुरक्षित करने के लिए यह संयुक्त आंकड़ा पिछले चक्र के लिए लगाई गई कुल बोली से 45% अधिक है।(वार्ता)