बर्मिंघम: पहली बार कप्तानी की जिम्मेदारी संभाल रहे जसप्रीत बुमराह के नेतृत्व में भारतीय क्रिकेट टीम शुक्रवार को पांचवें और आखिरी टेस्ट के लिये इंग्लैंड के खिलाफ उतरेगी तो काफी कुछ बदला हुआ होगा। इंग्लैंड की टीम ने जहां अपने प्रदर्शन में काफी सुधार किया है तो भारत की तैयारी उतनी पुख्ता नहीं है।
भारतीय टीम पांच मैचों की श्रृंखला में 2-1 से आगे थी लेकिन भारतीय खेमे में कोरोना के मामले आने के कारण पांचवां मैच स्थगित कर दिया गया था।
उसके बाद से 9 महीने बीत गए और तत्कालीन कप्तान विराट कोहली ने टेस्ट कप्तानी छोड़ दी जबकि उनके बाद कप्तान बने रोहित शर्मा कोरोना पॉजिटिव पाये जाने के बाद यह मैच नहीं खेल रहे हैं। उपकप्तान केएल राहुल भी सर्जरी के कारण टीम से बाहर हैं।
ऐसे में कप्तानी की जिम्मेदारी बुमराह को सौंपी गई है जो भारतीय क्रिकेट के इतिहास में सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाजों में से एक हैं और राष्ट्रीय टीम के 36वें कप्तान होंगे।वह तेज आक्रमण के अगुवा रह चुके हैं लेकिन बेन स्टोक्स की टीम के खिलाफ चुनौती अलग तरह की होगी।
कुंबले और कपिल कर चुके हैं टेस्ट की कप्तानी
इससे पहले साल 2008 में अनिल कुंबले ऐसे गेंदबाज थे जिन्होंने भारत की टेस्ट में कप्तानी की थी। हालांकि अगर बात तेज गेंदबाजों की हो तो आखिरी बार कपिल देव ने 80 के दशक में भारतीय टेस्ट टीम की कमान संभाली थी।जवागल श्रीनाथ और जहीर खान को कभी उपकप्तानी भी नहीं दी गई लिहाजा 35 साल बाद कोई तेज गेंदबाज भारत का कप्तान बना है।
वैसे यह बंदोबस्त एक मैच के लिये ही किया गया है लेकिन भविष्य में जब भारतीय टीम बदलाव के दौर से गुजरेगी तो चयनकर्ता अपने सारे विकल्प आजमा लेना चाहते होंगे।
इंग्लैंड ने हाल ही में न्यूजीलैंड को 3-0 से हराया है और नये कोच ब्रेंडन मैकुलम के मार्गदर्शन में टीम काफी आक्रामक प्रदर्शन कर रही है।उनके बल्लेबाजों ने विरोधी आक्रमण की जमकर धुनाई की है जबकि जैक लीच ने दो बार पारी के पांच विकेट लिये हैं।
पिच है बल्लेबाजी के लिए अनूकूल
यहां की पिच सपाट दिख रही है जो बल्लेबाजों की मददगार साबित हो सकती है। ऐसे में बुमराह, मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज पर इंग्लैंड के बल्लेबाजों पर अंकुश लगाने की बड़ी जिम्मेदारी होगी।कप्तानी छोड़ने के बाद से जो रूट फॉर्म में हैं जबकि आईपीएल से फॉर्म हासिल करने वाले जॉनी बेयरस्टॉ ने 120 प्लस की औसत से करीब 400 रन बनाये।
भारतीय कोच राहुल द्रविड़ ने बुधवार को कहा , इंग्लैंड ने दो मैचों में हार के करीब जाकर जीत दर्ज की है। हम हालांकि उनकी ताकत के बारे में सोचने की बजाय अपनी ताकत पर फोकस करेंगे।
भारत विश्व चैम्पियनशिप तालिका में आस्ट्रेलिया (75 प्रतिशत अंक), दक्षिण अफ्रीका (71 . 43 प्रतिशत अंक) के बाद तीसरे (58 . 33 प्रतिशत अंक) स्थान पर है।
रोहित और राहुल की गैर मौजूदगी में भारत को बल्लेबाजी में ज्यादा मेहनत करनी होगी। कोच द्रविड़ को विराट कोहली से मैच जिताने वाली पारी की उम्मीद है। लीसेस्टरशर के खिलाफ अभ्यास मैच नेट सत्र की तरह ही रहा।
जेम्स एंडरसन का सामना करना शुभमन गिल या श्रेयस अय्यर के लिये आसान नहीं होगा। हनुमा विहारी मजबूत खिलाड़ी हैं लेकिन उन्हें दूसरे छोर से सहयोग की जरूरत है। चेतेश्वर पुजारा ने काउंटी क्रिकेट में रन बनाये हैं लेकिन पारी की शुरूआत करने के लिये अलग तेवर चाहिये।अब देखना यह होगा कि भारतीय टीम रविचंद्रन अश्विन को उतारती है या शार्दुल ठाकुर को।