केएल राहुल के जन्मदिन पर अथिया शेट्टी ने शेयर की अपनी बेटी की झलक, जानें संस्कृत शब्द पर रखे नाम का मतलब

कृति शर्मा

शुक्रवार, 18 अप्रैल 2025 (15:54 IST)
आथिया शेट्टी और केएल राहुल ने अपनी नन्ही परी की एक झलक शेयर की है और साथ ही अपनी बेटी का नाम भी रिवील किया है, उन्होंने अपनी बेटी का नाम इवारा रखा है, यह एक संस्कृत नाम है जिसका अर्थ है, (The Gift of God) याने भगवान का उपहार। यह नाम उन्होंने एक बड़े ही सुनहरे मौके पर, के एल राहुल के जन्मदिन पर शेयर किया! आज लोकेश राहुल अपना 33वां बर्थडे मना रहे हैं, दोनों ने अपने इंस्टाग्राम पर पोस्ट शेयर कर बेबी गर्ल का नाम रीवील किया Evaarah Vipula Rahul! Vipula अथिया शेट्टी की मां का नाम है।



मार्च में अथिया शेट्टी ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट कर बेटी को जन्म देने की खबर सभी को दी थी और लिखा था 'Blessed With a Baby Girl' केएल राहुल (KL Rahul) और अथिया शेट्टी (Athiya Shetty) की शादी 2023 में सुनील शेट्टी के खंडाला के फार्म हाउस में हुई थी। केएल राहुल इस वक्त आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स के लिए खेल रहे हैं और अच्छी फॉर्म में दिखाई दे रहे हैं। कुछ ही दिनों पहले उन्होंने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के खिलाफ चिन्नास्वामी स्टेडियम में 53 गेंदों में 93 रन बनाकर अपनी टीम को सफलता दिलाने में मदद की थी और शानदार सेलिब्रेशन कर कहा था कि 'यह मेरा होम ग्राउंड है" 

ALSO READ: यह मेरा ग्राउंड है...बेंगलुरु को उनके गढ़ में हराकर केएल राहुल ने भरी हुंकार, RCB Fans को लगी मिर्ची


 
हाल ही में अथिया शेट्टी के पिता सुनील शेट्टी ने अपनी पोती के लिए लिखा था  "यह मजेदार है कि जीवन कैसे काम करता है। आप सालों तक उन चीजों का पीछा करते रहते हैं जो आपको लगता है कि आपको खुश कर सकती हैं। सही भूमिकाएँ, सही सौदे, बड़ा कार्यालय, अधिक पैसा, शानदार वापसी, अधिक पहचान। और सब कुछ। लेकिन आप जानते हैं कि मैंने क्या सीखा है? असली खुशी मुख्य रूप से सबसे सरल चीजों से आती है।"हाल ही में दादा बनना एक ऐसा एहसास है जिसे मैं शब्दों में बयां भी नहीं कर सकता।"

"यह एक ऐसी खुशी है जो दुनिया की किसी भी चीज से अछूती है। मैंने दशकों तक व्यवसाय बनाने और चलाने, फिल्में बनाने, कुछ सार्थक बनाने की कोशिश में बिताए हैं। और मुझे इस पर गर्व है। लेकिन जब मैं अपनी पोती को गोद में लेता हूँ, तो इनमें से कोई भी बात मायने नहीं रखती। जब आप जीवन के उस बिंदु पर पहुँच जाते हैं जहाँ आपको एहसास होता है कि वास्तव में क्या मायने रखता है, तो अधिक पाने की दौड़ फीकी पड़ जाती है। और अपनी अम्मा को अपनी परपोती को गोद में लिए देखना एक ऐसा पल है जो अब मेरी मुख्य याद बन गया है। मैं ऐसे पलों की खूबसूरती को कभी नहीं भूल पाऊँगा।"
 

वेबदुनिया पर पढ़ें

सम्बंधित जानकारी