लेकिन जो चर्चा नहीं हुई वह यह कि क्या केएल राहुल को अंतिम ग्यारह का हिस्सा नहीं होना चाहिए था। केएल राहुल एक बल्लेबाज के तौर पर वनडे- टी-20 में खुद को स्थापित कर चुके हैं। हालांकि टेस्ट में उनका प्रदर्शन उतना अच्छा नहीं है खासकर विदेशी जमीन पर , लेकिन शॉ या फिर मयंक अग्रवाल की जगह उनको जगह मिल सकती थी जो आज रन नहीं बना पाए।