अपने कप्तान शाहिद अफरीदी के नक्शे कदम पर चलते हुए मोहम्मद आमिर ने क्रिकेट में वापसी के बारे में सोच रहे हैं। यह कदम उठाने के बारे में वह गेंदबाजी कोच वकार युनुस और मुख्य कोच मिस्बाह उल हक के इस्तीफे के बाद सोच रहे हैं।
मोहम्मद आमिर किस स्तर के गेंदबाज है इसका अंदाजा इस ही बात से लगाया जा सकता है कि संन्यास के लगभग 6 महीने तक वह आईसीसी वनडे रैंकिंग में टॉप 10 गेंदबाजों में शामिल थे।
मानसिक रुप से प्रताड़ित होने पर लिया था फैसला
गौरतलब है नवंबर 2020 में आमिर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने का फैसला करते हुए आरोप लगाया कि उनका राष्ट्रीय बोर्ड प्रबंधन उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहा है।
वकार ने कसा था तंज
आमिर को न्यूजीलैंड दौरे के लिए पाकिस्तान की टीम में जगह नहीं दी गई थी। गेंदबाजी कोच वकार यूनिस ने कहा था कि उन्होंने काम के बोझ के कारण टेस्ट क्रिकेट को अलविदा नहीं कहा था और इसके पीछे के कारणों के बारे में यह तेज गेंदबाज ही बेहतर बता सकता है।
आमिर ने सीमित ओवरों के क्रिकेट पर ध्यान लगाने के लिए साल 2019 में टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया था क्योंकि उन्हें लगा कि उनका शरीर सभी प्रारूपों में खेलने के बोझ का सामना नहीं कर सकता। इस तेज गेंदबाज ने 2009 में पदार्पण के बाद 36 टेस्ट में 119 विकेट हासिल किए।
दोनों कोचों ने हाल ही में दिया इस्तीफा
इस सोमवार को पाकिस्तान के मुख्य कोच मिस्बाह उल हक और गेंदबाजी कोच वकार यूनुस ने एक चौंकाने वाले फैसले में टी20 विश्व कप से एक महीने पहले अपने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। अचानक हुए इस बदलाव को 13 सितंबर को पूर्व टेस्ट कप्तान रमीज राजा के बोर्ड के नए अध्यक्ष के बनने से जोड़कर देखा जा रहा है।
मोहम्मद आमिर को इन दोनों ही कोचों के होने से दिक्कत थी अब यह दोनों वापस जा चुके हैं तो आमिर भी पाकिस्तान के लिए संन्यास से वापसी कर क्रिकेट खेलने का मन बना सकते हैं।
विवादों से रहा है पुराना नाता
स्पॉट फिक्सिंग के आरोपों में आमिर को साल 2010 से 2015 तक प्रतिबंध का सामना भी करना पड़ा। कप्तान सलमान बट, आमिर और मोहम्मद आसिफ को इंग्लैंड दौर पर फिक्सिंग का दोषी पाए जाने के बाद 2011 में आईसीसी ने 5 साल के लिए निलंबित कर दिया था।
पूरा करियर खेलते तो तोड़ते कई रिकॉर्ड
आमिर पाकिस्तान की उस टीम का हिस्सा थे जिसने 2009 विश्व टी20 कप जीतने के अलावा 2017 में चैंपियन्स ट्रॉफी खिताब जीता। जिस समय वह स्पॉट फिक्सिंग विवाद में फंसे थे उस समय उनकी उम्र महज 17 साल की थी। 29 वर्षीय मोहम्मद आमिर अगर अपना पूरा क्रिकेट करियर खेल जाते तो शायद उनके नाम गेंदबाजी के बड़े बड़े रिकॉर्ड होते लेकिन ऐसा हो ना सका।
क्या टी-20 विश्वकप में दिखेगी कोहली- आमिर की भिडंत?
सूत्रों के मुताबिक आमिर वापसी के बारे में सोच तो रहे हैं लेकिन पाकिस्तान टीम दोनों कोचों के इस्तीफे के बाद टी-20 विश्वकप के लिए अपनी टीम का एलान कर चुकी है। ऐसे में क्रिकेट से इतने दिन दूर रहे आमिर को क्या जगह मिलेगी। यह बड़ा सवाल है।
गौरतलब है कि भारत पाक क्रिकेट में विराट कोहली और मो. आमिर के बीच की भिड़त को वैसा ही देखा जाता था जैसे सचिन और अख्तर की। कोहली ने भी माना है कि आमिर विश्व क्रिकेट के सबसे घातक गेंदबाज हैं। फैंस तो इस बात का ही इंतजार कर रहे हैं कि एक बार फिर दोनों आमने सामने हों। (वेबदुनिया डेस्क)