डेवॉन कॉनवे के लिए यह अवार्ड एक इतिहास की तरह है। इससे पहले यह सभी अवार्ड एशियाई खिलाड़ियों ने ही जीते थे। जनवरी में ऋषभ पंत, फरवरी में रविचंद्रन अश्विन, मार्च में भुवनेश्वर कुमार ने यह अवार्ड जीता था। अप्रैल माह में यह अवार्ड बाबर आजम ने जीता और यह अवार्ड जीतने वाले वह पहले गैर भारतीय बने। इसके बाद मई महीने में मुश्फिकुर रहीम ने यह अवार्ड जीता। जून महीने में यह अवार्ड जीतने वाले कॉनवे पहले गैर एशियाई खिलाड़ी बने हैं।
(वार्ता/वेबदुनिया डेस्क)