उन्होंने कहा कि दहशतगर्दी की सबसे ज्यादा मार पाकिस्तान पर पड़ी है और दहशतगर्दी या दहशतगर्दों की वजह से क्रिकेट पर रोक नहीं लगाई जा सकती। न्यूजीलैंड के हादसे के बाद हम दुविधा में थे। लोग भूल जाते हैं कि हम भी आतंकवाद के भुक्तभोगी हैं। अब दुनिया को पता है कि चुनौतियां क्या हैं? पाकिस्तान की समस्याएं दूसरों से अलग नहीं हैं। लेकिन इसकी वजह से क्रिकेट रुक गया तो यह दहशतगर्दों की जीत होगी। खिलाड़ियों की सुरक्षा सर्वोपरि है लेकिन खेल नहीं रुकना चाहिए। (भाषा)