जनवरी-फरवरी में होने वाले अंडर-19 विश्व कप के बारे में उन्होंने कहा कि जो टीम में नहीं चुने जाएं, उनके लिए रास्ते खत्म नहीं होते। इसी तरह टीम में जगह पाने वालों को यह नहीं मान लेना चाहिए कि उनका सीनियर टीम में चयन तय है।
भारतीय तेज गेंदबाजों की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि ईशांत, शमी, उमेश, भुवनेश्वर और बुमराह युवाओं के लिए रोल मॉडल बनते जा रहे हैं। पहले भी कपिल, श्रीनाथ और जहीर जेसे गेंदबाज हुए हैं लेकिन एक इकाई के रूप में यह भारत का सर्वश्रेष्ठ तेज आक्रमण है।