बाए हाथ के गेंदबाज ने चयनकर्ताओं को इसकी जानकारी दे दी है और तीन मैचों की सीरीज में खेलने से इंकार किया है। हेराथ ने गाले मैच के बाद संन्यास का फैसला इसलिए भी किया है कि उन्होंने वर्ष 1999 में इसी मैदान पर अपना पदार्पण किया था। वहीं वह इस मैदान पर 100 विकेट पूरे करने से मुथैया मुरलीधरन के रिकॉर्ड से मात्र एक विकेट ही दूर हैं।