प्रेक्टिस सेशन के बाद उपकप्तान ने दी रविचंद्रन अश्विन की फिटनेस पर बड़ी अपडेट

बुधवार, 2 मार्च 2022 (12:54 IST)
मोहाली: भारतीय उप-कप्तान जसप्रीत बुमराह ने कहा कि स्टार ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन अपनी चोट से अच्छी तरह उबर रहे हैं और वह श्रीलंका के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज से पहले अभ्यास के दौरान सहज नजर आ रहे हैं। चोट के कारण अश्विन हाल में वेस्टइंडीज और श्रीलंका के खिलाफ सीमित ओवरों की सीरीज में नहीं खेल पाए थे।

बुमराह ने शुक्रवार से शुरू होने वाले पहले टेस्ट मैच से पूर्व वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘टेस्ट टीम पहले ही यहां पहुंच चुकी है और अभ्यास कर रही है। वह (अश्विन) चोट से उबर गए हैं। मैं नहीं जानता कि उन्हें अब किसी तरह की कोई परेशानी है। ’

उन्होंने कहा, ‘वह (अश्विन) आज अभ्यास के दौरान सहज नजर आ रहे थे। उन्होंने गेंदबाजी, बल्लेबाजी और फील्डिंग किया। इसलिए मुझे लगता है कि वह अच्छी स्थिति में हैं।’ बुमराह ने कहा कि उप कप्तान बनने से उनकी भूमिका पहले की तरह ही बनी हुई है।
 

उन्होंने कहा, ‘टीम का सीनियर सदस्य होने के नाते आपको खिलाड़ियों की मदद करनी होगी। मैं पहले भी कह चुका हूं कि उप कप्तान केवल एक पद है।’ बुमराह ने कहा कि उनका प्रयास किसी भी तरह से कप्तान रोहित शर्मा की मदद करना होगा।

उन्होंने कहा, ‘मैं किसी भी क्षमता में अपना सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास करूंगा। मुझे नहीं लगता कि कोई पद या स्थिति मायने रखनी चाहिए या एक गेंदबाज या बल्लेबाज अंतर पैदा करेगा, यह इस पर निर्भर करता है कि आप परिस्थितियों से कैसे निबटते हैं और आप रणनीतिक रूप से कितने मजबूत हैं।’
 

बुमराह ने टीम संयोजन का खुलासा नहीं किया और कहा कि मैच शुरू होने में अभी तीन दिन का समय है इसलिए यह जल्दबाजी होगी। उन्होंने कहा, ‘अभी इसमें तीन दिन है और काफी बदलाव हो सकते हैं। अभी हमारे दिमाग में कोई संयोजन नहीं है।’

चेन्नई के 35 साल के अश्विन ने पिछले एक साल (2021) में 8 टेस्ट में 16.23 के औसत से 52 विकेट चटकाने के अलावा एक शतक की मदद से 28.08 के औसत 337 रन भी बनाए।यही कारण है कि ना केवल रविचंद्रन अश्विन टेस्ट रैंकिंग में दूसरे सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज है बल्कि दूसरे सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर भी है।

पिछले साल टेस्ट में बेस्ट रहे अश्विन

अश्विन ने साल  2021 की उम्दा शुरुआत करते हुए सिडनी टेस्ट में आस्ट्रेलिया के खिलाफ 128 गेंद में 29 रन की धैर्यपूर्ण पारी खेली। हनुमा विहारी के साथ उनकी साझेदारी की बदौलत भारत उस टेस्ट को ड्रॉ कराके श्रृंखला 1-1 से बराबर रखने में सफल रहा।

इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सरजमीं पर अश्विन को श्रृंखला का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया। उन्होंने चार मैचों में 14.72 के औसत से 32 विकेट चटकाने के अलावा बल्ले से 189 रन का योगदान दिया।

इस आफ स्पिनर ने न्यूजीलैंड के खिलाफ साउथम्पटन में आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में तेज गेंदबाजों की अनुकूल पिच पर भी चार विकेट हासिल किए। अंतिम दिन पर उन्होंने पैट कमिंस का रिकॉर्ड तोड़ा और टेस्ट चैंपियनशिप (19-21) में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज बने।

इंग्लैंड में चारों टेस्ट में अंतिम एकादश से बाहर रहने के बाद अश्विन ने न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सरजमीं पर एक बार फिर अपनी चमक बिखेरी। दो मैचों में 11.36 की औसत से 14 विकेट चटकाने और कानपुर टेस्ट में उम्दा बल्लेबाजी करने के लिए उन्हें एक बार फिर श्रृंखला का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया।

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