भारत ने ऑस्ट्रेलिया में कभी भी टेस्ट सीरीज नहीं जीती है लेकिन बॉल टैम्परिंग के कारण बल्लेबाजों स्टीवन स्मिथ, डेविड वॉर्नर और कैमरन बेनक्रॉफ्ट की कमी झेल रही ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ भारत को इस बार मजबूत दावेदार माना जा रहा है।
भारतीय टीम बुधवार को ब्रिसबेन में 3 ट्वंटी-20 मैचों की सीरीज की शुरुआत करेगी। रोहित ने सोमवार को यहां पत्रकारों से कहा कि ऑस्ट्रेलिया में हम अपनी छाप छोड़ना चाहते हैं। पिछली बार जब हम यहां आए थे तब हमारे मैच बहुत करीबी रहे थे लेकिन इस बार हम जीत की पूरी कोशिश करेंगे। तीनों प्रारूपों में ही हमारी टीम बहुत मजबूत है और हमारा लक्ष्य इसे भुनाना और मैच जीतना है।
उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया जैसी जगह पर जब आप अच्छा खेलते हैं, तो टीम का मनोबल बढ़ता है। हम विश्व कप के बारे में सोचें तो इससे हमारा आत्मविश्वास और बढ़ेगा। 3 ट्वंटी-20 मैचों की सीरीज के बाद एडिलेड में 6 दिसंबर से 4 टेस्टों की सीरीज शुरू होगी।
सीमित प्रारूप में भारतीय उपकप्तान रोहित ने माना कि गाबा की पिच बहुत तेज है लेकिन पर्थ में तेज गेंदबाजों को मदद मिल सकती है, जहां दूसरा टेस्ट होना है। भारत ने या तो पर्थ या ब्रिसबेन में खेला है लेकिन इस बार हम ब्रिसबेन में नहीं खेल रहे हैं। इन दोनों जगहों की परिस्थितियां अलग हैं। ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाज भी लंबे हैं जिन्हें अच्छा बाउंस मिलता है। भारतीय बल्लेबाज ज्यादा लंबे नहीं हैं, ऐसे में हमें थोड़ी मुश्किल हो सकती है।
रोहित ने कहा कि भारतीय टीम के सभी खिलाड़ी इस बार ऊंचे आत्मविश्वास के साथ आए हैं और हर चुनौती के लिए तैयार हैं। रोहित ने ऑस्ट्रेलिया में सीमित ओवरों में अच्छा स्कोर किया है जबकि लंबे समय बाद वे टेस्ट टीम में भी जगह बना सके हैं। उन्होंने कहा कि मैंने सीमित ओवर में अच्छा किया है लेकिन मेरी चुनौती ऑस्ट्रेलिया में इस बार लाल बॉल से अच्छा करने की है। लेकिन अभी मैं ट्वंटी-20 के बारे में सोच रहा हूं।