एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में रनों के अंतर से यह इंग्लैंड की सबसे बड़ी हार है। पांच मैचों की इस श्रृंखला को इंग्लैंड ने पहले ही अपने नाम कर लिया था। ऐसे में इस मैच के परिणाम का असर श्रृंखला के नतीजे पर नहीं पड़ा जो 3-1 से उनके पक्ष में गया। श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 50 ओवर में छह विकेट पर 366 रन का विशाल स्कोर खड़ा करने के बाद इंग्लैंड की पारी को 26.1 ओवर में नौ विकेट पर 132 रन पर रोक दिया।
इसके बाद तेज बारिश ने खलल डाला और मैच का नतीजा डकवर्थ लुईस नियम से तय किया गया। लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड की शुरुआत बेहद ही खराब रही और दूसरे ओवर तक चार रन के अंदर ही उनके तीन विकेट गिर गए थे। टीम ने 28 रन पर चौथा विकेट भी गंवा दिया। इसके बाद बेन स्टोक्स (67) और मोईन अली (37) ने ही श्रीलंकाई गेंदबाजों का थोड़ा डटकर सामना किया।
दोनों के बीच पांचवें विकेट के लिए 79 रन की साझेदारी के टूटते ही पारी एक बार फिर लड़खड़ा गई। श्रीलंका के लिए अकिला धनंजय ने चार विकेट लिए, जबकि दुशमंता चमीरा ने तीन बल्लेबाजों को पैवेलियन की राह दिखाई। टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करते हुए श्रीलंका के लिए डिकवेला ने सदीरा समरविक्रम (54) के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 137 रन की भागीदारी निभाकर बड़े स्कोर की नींव रखी।
बाएं हाथ के बल्लेबाज डिकवेला ने 97 गेंद की पारी के दौरान 12 चौके जड़े जिसके बाद वह ऑफ स्पिनर मोईन अली का शिकार बने, जिन्होंने दो विकेट चटकाए। इसके बाद चांदीमल ने लय आगे बढ़ाते हुए कुसाल मेंडिस के साथ तीसरे विकेट के लिए 101 रन की भागीदारी निभाई। कुसाल ने 33 गेंद में 56 रन बनाए। तेज गेंदबाज टॉम कुरेन ने कप्तान को आउट किया, जिनका कैच डीप मिडविकेट पर जेसन रॉय ने लपका।
चांदीमल ने 73 गेंद की पारी के दौरान छह चौके और दो छक्के जमाए। कुरेन ने अगली ही गेंद पर तिसारा परेरा को 11 रन पर आउट किया, लेकिन अकीला धनंजय (नाबाद 18) ने उन्हें हैट्रिक नहीं बनाने दी। धनंजय ने धनंजय डि सिल्वा (15 गेंद में 19 रन) के साथ नाबाद 38 रन की साझेदारी निभाई। (वार्ता)