श्रीलंकाई बल्लेबाजी में आक्रामकता और स्टाइल का अच्छा मिश्रण है। जहां एक ओर तिलकरत्ने दिलशान जैसा आतिशी बल्लेबाज है तो वहीं मर्वन अट्टापट्टू जैसा स्टाइलिश बल्लेबाज। इन दोनों के अलावा एक और बड़ा नाम टीम में है और वो हैं रोमेश कालूवितरणा जिन्होंने हाल ही में कहा था कि अगर उनके समय में टी-20 क्रिकेट होती तो वह इसका पूरा लुत्फ उठाते।
दूसरी तरफ ऑस्ट्रेलिया है जो अंतर्राष्ट्रीय अनुभव के मामले में कागजों पर बेशक उतनी मजबूत नहीं लग रही है, लेकिन उनके पास ब्रैड हॉज जैसी बेहतरीन प्रतिभा है जिसने टी-20 में अपनी आक्रामक बल्लेबाजी दिखाई है।
जब गेंदबाजी की बात आती है तो श्रीलंका के पास दुनिया के सर्वकालिक महान गेंदबाजों में से एक मुथैया मुरलीधरन हैं जिनके नाम 1347 अंतरर्राष्ट्रीय विकेट हैं। मुरलीधरन के अलावा श्रीलंका के पास चामिंडा वास जैसा गेंदबाज भी है। इन दोनों का साथ देने के लिए टीम के पास फरवेज माहरूफ तथा बाएं हाथ के स्पिनर रंगना हेराथ हैं।
गेंदबाजी में ऑस्ट्रेलिया भी कोई कमजोर नहीं है। उनके पास ब्रेट ली जैसा गेंदबाज है जो निश्चित तौर पर नई गेंद संभालेंगे। ली का साथ देने के लिए ऑस्ट्रेलिया के पास जेसन क्रेजा, जेवियर डोहार्टी और ब्रेट ली के भाई शेन ली हैं।
टीमें इस प्रकार है :
ऑस्ट्रेलिया : ब्रेट ली (कप्तान), ब्रेड हैडिन, ब्रेट ग्रीव्स, जेसन क्रेजा, मार्क कोरग्रोव, नाथन रियरडन, शेन ली, ट्रेविस बर्ट, बेन लॉफलिन, ब्रैड हॉज, क्लिंट मैके , जेवियर डोहार्टी।
श्रीलंका : तिलकरत्ने दिलशान (कप्तान), चामिंडा वास, फरवेज माहरूफ, मर्वन अट्टपाट्टू, मुथैया मुरलीधरन, रंगना हेराथ, रोमेश कालूवितरणा, सचित्रा सेनानायके, चामरा कपुगेदरा, थिलान तुसारा, उपुल मलिंडा , मलिंडा वरनापुरा।