भारतीय टीम ने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के शुरुआती मैच में दबदबे वाल प्रदर्शन किया लेकिन ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज स्टीव स्मिथ ने दिन-रात्रि के दूसरे टेस्ट मैच को अप्रत्याशित करार देते हुए कहा कि उनका ध्यान गुलाबी गेंद से खेले जाने वाले टेस्ट की चुनौतियों से निपटने पर है।
पांच मैचों की श्रृंखला में पहला टेस्ट बड़े अंतर से गंवाने के बाद ऑस्ट्रेलिया दबाव में है। श्रृंखला का दूसरा टेस्ट शुक्रवार से यहां खेला जायेगा। स्टार स्पोर्ट्स द्वारा जारी वीडियो में स्मिथ ने कहा, गुलाबी गेंद से दिन या रात के अलग-अलग समय पर अलग तरह की चुनौती मिलती है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप कहां बल्लेबाजी कर रहे हैं। उस समय परिस्थितियां और गेंद की स्थिति के साथ अन्य चीजें कैसी हैं।
उन्होंने कहा, मैं ऐसे में पूरी तरह से तैयार रहना चाहता हूं। गुलाबी गेंद कई बार अप्रत्याशित हरकत करती है। ऐसे में पूरी तरह से एकाग्र रहने पर ध्यान देना होता है।ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस ने भी गुलाबी गेंद से टेस्ट खेलने की चुनौतियों पर बात की, लेकिन उनका मानना है कि खेल की मूल बातें वही रहेंगी।
कमिंस ने कहा, मुझे लगता है कि सभी मूल बातें वास्तव में सामान्य टेस्ट की तरह ही होंगी। आप जानते हैं कि कभी-कभी खेल अलग-अलग गति से चलता है क्योंकि गेंद पुरानी और नरम हो जाती है लेकिन यह टेस्ट क्रिकेट है।
सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर के इस साल संन्यास लेने के बाद से स्मिथ पारी का आगाज कर रहे थे।उन्होंने नयी भूमिका में दूसरे ही टेस्ट में नाबाद 91 रन बनाये लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ श्रृंखला में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके। उन्होंने चार पारियों में कुल 51 रन ही बनाये।
ऐसी उम्मीद थी कि स्टीव स्मिथ जब अपने नैसर्गिक चौथे नंबर के स्थान पर चले जाएंगे तो वह अपने फॉर्म में वापस लौट आएंगे। लेकिन स्मिथ पहले टेस्ट मैच में जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज के सामने जूझते रहे। ऑस्ट्रेलिया का यह स्टार बल्लेबाज पहली पारी में खाता नहीं खोल पाया जबकि दूसरी पारी में उन्होंने 60 गेंद पर 17 रन बनाए। स्टीव स्मिथ जैसे बल्लेबाज का शुरुआत में ही फ्लॉप होना ऑस्ट्रेलिया के लिए वैसे ही बुरी खबर है जैसे भारत के लिए विराट का फॉर्म में लौटना खुशखबरी है।