नई दिल्ली। महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) द्वारा ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीवन स्मिथ को सजा नहीं देने के लिए खिंचाई की जिन्होंने भारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट के दौरान डीआरएस रैफरल लेने के लिए ड्रेसिंग रूम का इशारा मांगा था, जो नियमों के खिलाफ है।
गावस्कर ने कहा कि वे रांची में होने वाले अगले टेस्ट में भारतीय कप्तान विराट कोहली डीआरएस लेते समय ड्रेसिंग रूम से मदद लेते हुए देखना पसंद करेंगे और उन्हें सजा भी नहीं मिले। गावस्कर ने एनडीटीवी से कहा कि ऐसा नहीं हो सकता कि कुछ देशों को पक्षपाती व्यवहार मिले जबकि कुछ देशों के खिलाफ व्यवहार किया जाए। उन्होंने कहा कि अगर एक भारतीय खिलाड़ी ड्रेसिंग रूप से सलाह मांगता है तो उसे भी सजा नहीं मिलनी चाहिए।
गावस्कर ने कहा कि मैं चाहूंगा कि तीसरे टेस्ट में अगर विराट कोहली को आउट दिया जाता है और वे डीआरएस लेने के लिए भारतीय ड्रेसिंग रूम की ओर देखे और उसे उनसे किसी भी तरह की प्रतिक्रिया मिले। हां या नहीं, जो भी संकेत हो। देखते हैं कि तब मैच रैफरी और आईसीसी क्या फैसला करते हैं?
आईसीसी ने बुधवार को स्मिथ और भारतीय कप्तान कोहली के खिलाफ आरोप नहीं लगाने का फैसला किया था। इस घटना से बड़ा विवाद खड़ा हो गया है जिसमें सबंधित बोर्ड, बीसीसीआई और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया अपने कप्तानों का समर्थन कर रहे हैं।
गावस्कर ने कहा कि आईसीसी मैच रैफरी क्रिस बोर्ड को स्मिथ के इशारा मांगने में कोई गलत चीज नहीं लगी। उन्होंने कहा कि ब्रॉड ने कुछ नहीं देखा कि स्मिथ ने आईसीसी की आचार संहिता का उल्लघंन किया था। (भाषा)