भारतीय टीम में सबसे अनुभवी तेज गेंदबाज इशांत शर्मा टेस्ट क्रिकेट में 100 टेस्ट खेलने भारत के 11वें खिलाड़ी बनने जा रहे हैं।इशांत ने बांग्लादेश के खिलाफ 18 वर्ष की उम्र में राहुल द्रविड़ की कप्तानी में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था। इसके बाद वह अनिल कुंबले, महेंद्र सिंह धोनी, विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में खेले।
भारतीय कप्तान ने कहा, '' मैं उनके साथ काम करने के लिए सबसे अधिक उत्साहित था और सच में एक आक्रमक तेज गेंदबाज के रूप में वह अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को बाहर लाए हैं। जब मैंने कप्तानी संभाली तो तुरंत कुछ क्लिक किया। वह मेरी मानसिकता को जानते हैं। यही भरोसे का सबसे बड़ा कारण है। मैं उन्हें अंदर बाहर से जानता हूं।
मुझे पता है कि वह सलाह का जवाब देंगे। वह जानते हैं कि मैं उनकी योजनाओं को भी सुनता हूं। मुझे लगता है कि इसने हम दोनों के लिए बहुत अच्छा काम किया है। सिर्फ एक तेज गेंदबाज के रूप में नहीं, बल्कि मेरे लिए एक कप्तान के रूप में उस तरह का अनुभव और वह जिस तरह की निरंतरता के साथ आक्रमणकारी लाइनों और लंबाई के साथ गेंदबाजी करते हैं। ''
विराट ने कहा, '' मैं पिछले चार-पांच वर्षों से इशांत को अपनी गेंदबाजी का आनंद उठाते हुए देख बहुत खुश हूं और सच में वह भारतीय तेज-गेंदबाजी समूह के दिग्गज बन गए हैं। मैं इशांत के 100वें मैच के वक्त मैदान पर उपस्थिति होने को लेकर बहुत उत्साहित हूं। ''
अब तक 99 टेस्ट में 302 विकेट ले चुके ईशांत सीमित ओवरों की टीम की हिस्सा नहीं है और आईपीएल में भी कुछ सत्र बाहर रहे। इस दौरान एक पारी में उनकी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी 74 रन देकर 7 विकेट है। उन्होंने 11 बार पारी में 5 विकेट लिए हैं।(वार्ता)