विराट कोहली ही टीम इंडिया के बॉस : रवि शास्त्री

Webdunia
बुधवार, 20 दिसंबर 2017 (23:58 IST)
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री ने कहा है कि कप्तान विराट कोहली ही असल में टीम इंडिया के 'बॉस' हैं और वह बतौर कोच उन्हें केवल मार्गदर्शन दे रहे हैं।
 
भारतीय टीम की मौजूदा लय की प्रशंसा करते हुए शास्त्री ने कहा कि विराट मैदान और मैदान के बाहर जिस तरह से परिपक्वता दिखा रहे हैं उसे देखकर वह बहुत संतोषजनक है। विराट की हमेशा तारीफ करने वाले पूर्व क्रिकेटर शास्त्री को राष्ट्रीय टीम का कोच बनाने में भी कप्तान की सबसे अहम भूमिका रही थी और कोच तथा कप्तान के बीच मजबूत तालमेल हमेशा ही चर्चा में भी रहता है। 
 
राष्ट्रीय टीम के मुख्य कोच शास्त्री ने एक चैनल को दिए साक्षात्कार में विराट की जमकर प्रशंसा की और उन्हें टीम का असली 'बॉस' भी बताया और कहा कि वह हमेशा विराट की मदद के लिए तैयार रहते हैं। उन्होंने दोहराया कि उनके और विराट के बीच संबंध भी काफी बढ़िया हैं। शास्त्री ने कहा हमारे बीच बेहतरीन तालमेल है। हम दोनों काफी हद तक एक जैसे ही हैं। हम केवल जीतने के लिए खेलते हैं।
 
कोच ने कहा हमारी टीम के खिलाफ केवल समय बिताने के लिए टीम का हिस्सा नहीं हैं। हम लड़ने और जीतने के लिए ही उतरते हैं। हम खेल को आगे ले जाने के लिए उतरते हैं। उनकी सोच मुझसे काफी मिलती-जुलती है। वह जैसे दिखते हैं वैसे ही इंसान भी हैं। विराट की कप्तानी में जहां भारत इस समय दुनिया की नंबर एक टेस्ट टीम है वहीं शास्त्री ने अपने करियर में केवल एक टेस्ट में ही भारत का नेतृत्व किया है।
 
पूर्व क्रिकेटर शास्त्री वर्ष 2014 से अप्रैल 2016 तक भारतीय टीम के टीम निदेशक की भूमिका में थे लेकिन जुलाई में उन्हें राष्ट्रीय टीम का मुख्य कोच नियुक्त कर दिया गया था। शास्त्री 2019 विश्वकप तक दो वर्षों के लिए कोच बनाए गए हैं।
 
विराट के एक आक्रामक बल्लेबाज़ से मौजूदा सफल कप्तान तक के सफर को लेकर कोच ने कहा कि निश्चित ही स्टार खिलाड़ी पहले से काफी शांत हुए हैं और मैदान पर उनके संयम से टीम को भी काफी फायदा मिला है। उन्होंने कहा वह अब पहले से अधिक परिपक्व हुए हैं। वह अभी भी केवल 29 साल के ही हैं और युवा हैं। उनके करियर के अभी सात-आठ वर्ष और बाकी है।
 
उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि यहां से वह आगे छह-सात साल के लिए और टीम की कमान संभाले रख सकते हैं और आप देखेंगे कि वह किस तरह से और बेहतर होते जा रहे हैं। उनकी शख्सियत में आक्रामकता के साथ अब काफी संयम भी आया है जो टीम के लिए बहुत अच्छा है। सभी चाहेंगे कि विराट उनकी बात सुनें, लेकिन साथ ही वह भारतीय टीम की कप्तानी भी कर रहे हैं।
 
55 वर्षीय शास्त्री ने कहा कि एक समय ऐसा भी था कि उनके और विराट के विचार में अंतर था लेकिन अब दोनों एक जैसा सोचते हैं और टीम को आगे ले जाने की सोच के साथ काम करते हैं। उन्होंने कहा, इस बात में कोई सच नहीं है कि आखिर कप्तान ही टीम का बॉस होता है और बतौर कप्तान वह कोच से सलाह ले सकते हैं। लेकिन जरूरी नहीं है कि वह मेरी हर बात को मानेंगे ही।
 
राष्ट्रीय कोच ने कहा कि वह चाहते हैं कि विराट अपने दिमाग से ही निर्णय लेंगे। उन्होंने कहा सपोर्ट स्टाफ उनकी मदद करने के लिए और सलाह देने के लिए है। मैं टीम में कुछ खास संयोजनों को लेकर उनकी मदद कर सकता हूं लेकिन आखिर में मुझे खुशी होगी कि वह खुद ही फैसले करें।
 
खेल के सभी टेस्ट, वनडे और ट्वंटी 20 प्रारूपों में जबरदस्त प्रदर्शन कर रही मौजूदा टीम इंडिया को लेकर उन्होंने कहा हमारी मौजूदा टीम पहले की टीमों से अलग है क्योंकि इसमें भरपूर आत्मविश्वास है। उनके खेल और जीत की भूख है। पहले की टीमों में भी ऐसा था लेकिन आज के खिलाड़ी खुलकर खेलने वालों में है। उनके पास विराट जैसा कप्तान है जो बिल्कुल हिचकिचाता नहीं है।
 
शास्त्री ने कहा, हमारी टीम के खिलाड़ी जानते हैं कि उन्हें विदेशी जमीन पर भी अच्छा खेलना होगा। वैसे उन्हें घरेलू और विदेशी जमीन पर काफी सफलता मिली भी है। वे जानते हैं कि इसके क्या मायने हैं। भारत के इन युवा खिलाड़ियों ने हाल में जिस तरह की बड़ी सफलताएं हासिल की हैं वह काबिलेतारीफ है। विश्वकप में भी हमारी टीम ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है और एशिया कप भी जीता है। मैं इन खिलाड़ियों को एक साथ अगले कई और वर्षों तक साथ देखता हूं। (वार्ता)

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