गुरु बने विराट कोहली, फाइनल से पहले अंडर 19 टीम को दिए टिप्स (वीडियो)
शुक्रवार, 4 फ़रवरी 2022 (11:57 IST)
नयी दिल्ली:पूर्व भारतीय कप्तान विराट कोहली ने अंडर-19 विश्व कप फाइनल में खेलने वाली टीम के खिलाड़ियों से बात की।कोहली ने जूम कॉल पर एंटीगा के होटल में बैठे भारतीय अंडर-19 टीम के कप्तान यश धुल, राजवर्धन हंगारगेकर और कौशल ताम्बे से बात की और उन्हें अंडर-19 विश्व कप के फाइनल में पहुंचने की बधाई दी।
साथ ही उन्होंने भारतीय जूनियर खिलाड़ियों को बताया कि अंडर-19 विश्व कप के फाइनल में खेलने का क्या मतलब है जो इंग्लैंड का सामना करेगी। 2016 से यह इस स्तर पर भारत का लगातार चौथा फाइनल होगा।
कोहली जब जूनियर स्तर पर भारतीय टीम के कप्तान थे तो उनकी टीम ने 2008 में कुआलालम्पुर में दक्षिण अफ्रीका को दबाव भरे फाइनल में हराया था।तब से 14 साल बीत चुके हैं और कोहली सीनियर टीम के कप्तान बनने के बाद अब पूर्व कप्तान भी हो चुके हैं।
पता नहीं कि कोहली से अंडर-19 टीम के खिलाड़ियों से बात करने का अनुरोध बीसीसीआई सचिव जय शाह ने किया था या फिर एनसीए प्रमुख वीवीएस लक्ष्मण ने। लेकिन कोहली ने इस सत्र में सभी खिलाड़ियों को प्रेरित किया।
राजवर्धन हंगारगेकर ने अपने इस्ंटाग्राम पर लिखा, विराट कोहली भईया आपके साथ बातचीत करना बहुत अच्छा था। जीवन और क्रिकेट के बारे में आपसे कुछ महत्वपूर्ण चीजें सीखीं जो हमें आने वाले दिनों में बेहतर होने में मदद करेंगी।
कौशल ताम्बे ने लिखा, फाइनल से पहले गोट (विराट कोहली) से कुछ महत्वपूर्ण टिप्स। टीम के मुख्य कोच रिषिकेश कानिटकर भी इसमें मौजूद थे।
गौरतलब है कि भारतीय टीम का यह अंडर 19 विश्वकप में लगातार चौथा फाइनल होगा और कुल आठवां फाइनल। भारत रिकॉर्ड 4 बार इस कप को अपने नाम कर चुका है।
फरवरी 2018 में भारत ने चौथी बार अंडर 19 का क्रिकेट विश्व कप अपने नाम किया। न्यूजीलैंड के बे ओवल मैदान में खेले गए फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया की तगड़ी टीम को आठ विकेट से मात दी। भारतीय गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया की टीम को 216 रन पर समेटकर बल्लेबाजों के काम को आसान कर दिया और उसके बाद मनजोत कालरा ने 102 रन की शानदार पारी खेलकर अपनी टीम को रिकार्ड चौथी बार विश्व कप की बादशाहत दिला दी। उस वक्त राहुल द्रविड़ अंडर 19 टीम के कोच थे और कप्तान पृथ्वी शॉ थे।
साल 2016 से भारत इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंच रहा है। 2016 में भारत को वेस्टइंडीज से खिताबी हार मिली थी। साल 2018 में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को फाइनल में हराकर चौथी बार यह ट्रॉफी अपने नाम की थी। साल 2020 में भी भारत को मौका मिला था लेकिन बांग्लादेश ने फाइनल में उलटफेर कर भारत को 3 विकेट से हरा दिया था।
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चार बार की चैम्पियन भारतीय टीम ने दक्षिण अफ्रीका को 45 रन से हराकर टूर्नामेंट में आगाज किया। इसके बाद हालांकि कई खिलाड़ियों के कोरोना संक्रमित पाये जाने के बाद आयरलैंड के खिलाफ बमुश्किल 11 खिलाड़ी जुट सके।आयरलैंड के खिलाफ दूसरे ग्रुप मैच में पांच खिलाड़ी उपलब्ध नहीं थे।
कप्तान यश धुल, उपकप्तान शेख रशीद, आराध्य यादव, मानव पारख और सिद्धार्थ यादव कोरोना वायरस की चपेट में आ गए थे। ये पांचों आयरलैंड और यु्गांडा के खिलाफ नहीं खेल सके जिसके बाद बीसीसीआई को वैकल्पिक खिलाड़ी भेजने पड़े।
युगांडा के खिलाफ छह रिजर्व खिलाड़ियों को मैदान पर उतारा गया। भारतीय टीम ने हालांकि आयरलैंड और युगांडा दोनों को 174 और 326 रनों से हराया। इसके बाद क्वार्टर फाइनल में बांग्लादेश को 111 रनों के मामलू स्कोर पर समेटने के बाद 5 विकेट से मैच जीत लिया।सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को 96 रनों से हराकर भारत एक बार फिर फाइनल में प्रवेश कर चुका है।