नई दिल्ली। एकदिवसीय क्रिकेट में लीजेंड सचिन तेंदुलकर के सर्वाधिक शतकों के विश्व रिकॉर्ड को ध्वस्त करने की तरफ तेजी से बढ़ रहे भारतीय कप्तान विराट कोहली के पास दक्षिण अफ्रीका दौरे में बचे आखिरी दो मैचों में महान डॉन ब्रैडमैन से आगे निकलने और महान विवियन रिचर्ड्स के क्लब में पहुंचने का सुनहरा मौका है।
दक्षिण अफ्रीका दौरे में जबरदस्त फॉर्म में खेल रहे विराट इस दौरे में अब तक 10 मैचों की 13 पारियों में 87.00 के औसत और 82.38 के स्ट्राइक रेट के साथ चार शतकों और दो अर्धशतकों सहित 870 रन बना चुके हैं।वह एक अंतरराष्ट्रीय दौरे में 1000 रन पूरे करने मात्र 130 रन दूर हैं।
विराट को इस दौरे में अब दो ट्वंटी 20 मैच खेलने हैं। यदि वह 21 और 24 फरवरी को होने वाले इन शेष दो मैचों 105 रन बना जाते हैं तो वह ऑस्ट्रेलिया के ब्रैडमैन के इंग्लैंड के खिलाफ 1930 में पांच टेस्टों में 974 रन बनाने के रिकॉर्ड से आगे निकल जाएंगे।
विराट यदि वह इन दो मैचों में 130 रन बना जाते हैं तो वह एक अंतरराष्ट्रीय दौरे में 1000 रन बनाने वाले क्रिकेट इतिहास के दूसरे खिलाड़ी बन जाएंगे। अभी तक यह उपलब्धि सिर्फ वेस्टइंडीज के विवियन रिचर्ड्स के नाम है, जिन्होंने 1976 में इंग्लैंड में 1045 रन बटोरे थे।
रिचर्ड्स ने वनडे में 216 रन और चार टेस्टों में 829 रन बनाए थे। 29 वर्षीय भारतीय कप्तान ने तीन टेस्टों की सीरीज में 47.66 के औसत से 286 रन, छह वनडे मैचों की सीरीज में रिकॉर्ड 558 रन और पहले ट्वंटी 20 में 26 रन बनाए हैं। विराट ने वनडे सीरीज में तीन शतक लगाए हैं।
विराट ने छह मैचों की सीरीज में तीन शतक, 186.00 के औसत और 99.46 के स्ट्राइक रेट से 558 रन बनाए, जो एक द्विपक्षीय सीरीज में किसी भी बल्लेबाज द्वारा बनाए सर्वाधिक रन है। मास्टर ब्लास्टर सचिन के बाद विराट दूसरे ऐसे भारतीय बल्लेबाज बने हैं, जिनके नाम एक द्विपक्षीय सीरीज में 500 से अधिक रन हैं।
विराट के नाम विदेशी सरजमीं पर खेली गई सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड पहले ही जुड़ गया है। इससे पहले विदेश में खेली गई किसी भी द्विपक्षीय सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड भारत के रोहित शर्मा के नाम था। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2015-16 में खेली गई सीरीज में 491 रन बनाए थे। (भाषा)