न्यायमूर्ति जैन ने अब अपना फैसला सुरक्षित रखा है। बीसीसीआई और शिकायतकर्ता संजीव गुप्ता ने भी कहा है कि आगे सुनवाई की जरूरत नहीं है। लक्ष्मण और तेंदुलकर ने जैन के सामने लंबी गवाही दी और सुनवाई की अगली तिथि 20 जून तय की गई थी, जब वकील उनकी तरफ से उपस्थित होते।
उन्होंने कहा, ‘वीवीएस लक्ष्मण ने अपना लिखित बयान सौंप दिया है और कहा है कि मामले का फैसला रिकार्ड में मौजूद सामग्री और आज दायर किए गए लिखित बयान के आधार पर किया जा सकता है। उन्होंने कहा है कि उन्हें इस मामले में आगे सुनवाई की जरूरत नहीं है।’