भारत और न्यूजीलैंड के बीच आज से डब्ल्यूटीसी फाइनल मुकाबले के पहले सेशन में टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया ने रोहित शर्मा व शुभमन गिल का विकेट गंवाया था। अब दूसरे सेशन में भी विराट सेना वापसी नहीं कर सकी और कीवी गेंदबाजों के सामने भारत की दीवार ढ़ह गई।
दूसरे सेशन की शुरुआत हुई, तो विराट कोहली (6) और चेतेश्वर पुजारा (0) मैदान पर लौटे। इसके बाद विराट और पुजारा विकेट बचाकर खेल तो रहे थे, लेकिन ट्रेंट बोल्ट ने बड़ी मछली फसाई और पुजारा को 8 (54) रन पर चलता कर दिया। ये विकेट भारत के लिए कितना कीमती था, ये सभी जानते हैं।
हालांकि मैच आगे बढ़ा और मैदान पर आए उपकप्तान अजिंक्य रहाणे। रहाणे और विराट के बीच आज तक तमाम बड़ी साझेदारियां देखने को मिली हैं, ऐसे में हर कोई बस यही उम्मीद कर रहा है कि वह इस मैच में बड़ी साझेदारी करें। दूसरे सेशन में 27 ओवर डाले गए, जिसमें भारत ने 120 रन बनाए। दूसरे सेशन के अंत तक विराट कोहली (35) -अजिंक्य रहाणे (13) पर रहे और दोनों के बीच 32 रनों की साझेदारी हुई।
जीतना है तो डटे रहना होगा
इस वक्त सारा दारोमदार कप्तान विराट कोहली और उपकप्तान अजिंक्य रहाणे के कंधों पर टिका हुआ है। दरअसल, आने वाले बल्लेबाज ऋषभ पंत हैं, जिनका नेचुरल गेम ही आक्रामक है। ये बात किसी से छिपी नहीं है कि आक्रामक बल्लेबाज, अधिक जोखिम भरे शॉट्स खेलते हैं। तो ऐसे में जरुरत है कि विराट-रहाणे क्रीज पर सेट रहे और तीसरे सेशन तक विकेट को संभालकर रखें, जिससे आने वाले बल्लेबाजों पर दबाव कम होगा और वह अपना स्वाभाविक खेल खेलकर टीम के स्कोर को तेजी से आगे बढ़ा सकेंगे। इस बात में संदेह नहीं है कि ये मैच सभी खिलाड़ियों के सब्र का बड़ा इम्तेहान होने वाला है।
एक ओर भारतीय बल्लेबाज मैदान पर डटे रहना चाहेंगे, तो वहीं न्यूजीलैंड के गेंदबाज अपनी गेंदों से रन गति को रोककर बल्लेबाजों पर दबाव बनाकर, उन्हें आउट करना चाहेंगे।