चहल ने कहा कि, ‘मेरे पास दो तरह की गुगली, एक सिर के करीब से जाती है और दूसरी में बाजू थोड़ी दूर से जाती है। इसलिए मैं इसका मिलाजुला कर इस्तेमाल करने की कोशिश करता हूं। बल्लेबाजों को अपने सिर की पोजीशन देखनी पड़ती है इसलिए मेरे लिए यह फायदेमंद होता है।’
लेग स्पिनर के पास ज्यादा विविधता-
चहल ने कहा कि लेग स्पिनर के पास बाएं हाथ के स्पिनर की तुलना में ज्यादा विविधता होती है। उदाहरण के तौर पर, बाएं हाथ के स्पिनर के पास केवल दो तरह की वैरिएशन होती है लेकिन लेग स्पिनर के पास कम से कम चार तरह की वैरिएशन होती है इसलिए बल्लेबाज हमेशा यह सोचता रहता है कि उसे अगली बार किस तरह की गेंद का सामना करना होगा।
मौजूदा हालात में गेंदबाजी को मिलेगी मदद-
हरियाणा के इस गेंदबाज को लगता है कि इंग्लैंड में मौजूदा हालात से उनकी गेंदबाजी को मदद ही मिलेगी। उन्होंने कहा, ‘हाल में कलाई के स्पिनरों को अच्छी सफलता मिल रही है लेकिन ऐसा नहीं है कि आप कलाई के स्पिन से आप जीत दर्ज नहीं कर सकते। लेकिन मुझे लगता है कि यहां (आयरलैंड और इंग्लैंड) के हालात से स्पिनरों को मदद ही मिलेगी। इंग्लैंड के स्पिनरों ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में विकेट झटके थे जो हमारे लिए प्रेरणादायी होगा। इंग्लैंड ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ से ज्यादा का स्कोर खड़ा किया, हमारे खिलाफ नहीं।’
इंग्लैंड दौरे के बारे में चहल ने कहा कि हमारे लिए हर दौरा अहम है लेकिन मेरे लिए यह काफी विशेषज्ञ है क्योंकि यहां (आयरलैंड और इंग्लैंड) मैं पहली बार आया हूं। कल मैंने लंदन में नेट पर गेंदबाजी की और मौसम गर्म था, बिलकुल ऐसा ही था जैसा उप महाद्वीप में होता है।