नेटवेस्ट ट्रॉफी के लिए प्रारंभ हुई सात वन-डे मैचों की सिरीज के पहले ही मैच में इंग्लैंड ने भारत को 104 रनों के विशाल अंतर से हरा दिया।
'मैन ऑफ द मैच' इयान बेल के पहले वनडे सैकड़े (नाबाद 126) और एलेस्टर कुक के पहले शतक (102) की मदद से इंग्लैंड 2 विकेट पर 288 रन बनाकर मैच के सूत्र पहले ही अपने हाथों में ले चुका था।
जवाब में भारतीय टीम 50 ओवरों में सभी विकेट खोने के बाद केवल 184 रन ही बना सकी। कप्तान राहुल द्रविड़ ने 72 गेंदों पर 2 चौके और एक छक्के की मदद से 46 और दिनेश कार्तिक ने सातवें नंबर पर उतर कर 44 रनों पर नाबाद रहे।
इंग्लैड के जेम्स एंडरसन ने कहर बरपाया और 9 ओवर में 23 रन देकर 4 विकेट लिए। करीब 4 माह बाद फ्लिंटॉफ ने सफल वापसी की और 7 ओवर में 12 रन देकर 1 विकेट हासिल किया। मैस्कारेंस और पानेसर के हिस्से में 1-1 विकेट आए।
इंग्लैंड की गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण भारत की तुलना में काफी उम्दा था। भारत ने एक समय 34 रन पर चार विकेट (गंभीर 3, सौरव 2, सचिन 17 और युवराज 0) पैवेलियन की शोभा बढ़ा रहे थे।
धोनी ने 60 गेंदों पर केवल 19 रन बनाए। भारत के लिए यह मैच एक सबक रहेगा और इंग्लैंड ने पहले ही मैच में भारत की टेस्ट जीत की खुमारी उतारने में कोई कंजूसी नहीं बरती।
दूसरी पारी में पानी आने की संभावना से डरे भारतीय कप्तान द्रविड़ ने टॉस जीतने के बाद भी इंग्लैंड को बल्लेबाजी करने का न्योता दे दिया, जबकि विकेट बल्लेबाजों को शानदार पारी खेलने का आमंत्रण दे रहा था। इंग्लैंड के दो युवा बल्लेबाजों ने यहाँ सैकड़ा जमाया और कप्तान कॉलिंगवुड को जश्न मनाने का मौका दिया।
सिरीज का अगला मैच 24 अगस्त को ब्रिस्टल (डे-नाइट) में खेला जाएगा। वहाँ भी इसी तरह की विकेट मिलेगी, जैसी कि साउथ हैम्पटन में थी। इसमें कोई दो मत नहीं कि भारत शर्मनाक तरीके से हारा।