बर्लटन पार्क का भविष्य अधर में

रविवार, 16 अक्टूबर 2011 (17:45 IST)
मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर और विव रिचर्ड्स सहित दुनियाभर के कई दिग्गज बल्लेबाजों के करिश्मे का गवाह बन चुके यहां के बर्लटन पार्क क्रिकेट स्टेडियम के बारे में राज्य सरकार को नहीं पता कि यह कब तक बनकर तैयार होगा।

पंजाब सरकार ने पिछले साल इस ऐतिहासिक क्रिकेट स्टेडियम के नवीनीकरण का फैसला किया था। इस मैदान पर आईपीएल पांच के मैच कराने का वादा भी किया गया था लेकिन राज्य सरकार की उपेक्षा के कारण बर्लटन पार्क अब कूड़े के ढेर में तब्दील हो चुका है।

स्थानीय निकाय मंत्री तीक्षण सूद ने कहा नहीं पता कि यह कब तक बन कर तैयार होगा। इसके लिए हम कोई समय सीमा निर्धारित नहीं कर सकते। इसके निर्माण कार्य में कुछ तकनीकी समस्या है।

उन्होंने कहा बर्लटन पार्क में स्पोर्ट्स हब बनाने के लिए हमें ऋण लेना था जो तकनीकी कारणों से रूक गया है। यही कारण है कि स्पोर्ट्स हब का भी काम रूका हुआ है।

उन्होंने कहा हम कोशिश कर रहे हैं कि जल्द से जल्द इस समस्या का निदान कर लिया जाए ताकि स्टेडियम और स्पोर्ट्स हब का निर्माण कार्य शुरू किया जा सके। हम इस समस्या को सुलझाने के लिए जल्द बैठक भी करेंगे।

जालंधर के इस स्टेडियम में एक टेस्ट मैच और तीन एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों का आयोजन हो चुका है। इसके अलावा वेटरन टीमों के मैच भी खेले जा चुके हैं। भारत ने अंतिम बार वर्ष 1994 में यहां एकदिवसीय मैच खेला था।

सूत्रों के मुतातिबक 202 करोड़ रुपए की इस परियोजना के लिए हुडको ने 130 करोड़ रुपए का ऋण देने की मंजूरी दे दी थी लेकिन निगम बाकी 72 करोड़ का फंड नहीं जुटा पाया। निगम ने बाद में हुडको को नया प्रस्ताव भेजा, जिसका जवाब अभी तक नहीं आया है।

सरकार के वादे और निर्माण पूरा होने के बारे में सूद ने कहा मुझे नहीं पता कि इसका निर्माण कार्य पूरा कब होगा। अभी काम शुरू ही नहीं हुआ है तो इसे पूरा करने की समय सीमा कैसे निर्धारित की जा सकती है।

पर्याप्त धन के अभाव के बावजूद इसे क्यों तोड़ा गया इस बारे में पूछने पर शहर के महापौर राकेश राठौड़ ने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया। राठौड़ ने कहा कुछ समस्या थी। धन की समस्या सबसे बडी थी। हम अब दो चरणों में इसका निर्माण कराएंगे। इसके लिए जल्द ही निविदा जारी कर दी जाएगी।

स्टेडियम में अ5यास करने वाले युवाओं की माने तो स्टेडियम अ5यास के लायक नहीं बचा है। बारिश होने पर यहां जलभराव आम हो गया है। इसकी चारदीवारी तोड़ दी गई है, इसलिए बाहर का कचरा भी पानी के साथ बह कर मैदान पर जमा हो जाता है।

इस मैदान पर 1994 के बाद कोई अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला गया। यहां से टीम इंडिया को हरभजन सिंह और राहुल शर्मा जैसे गेंदबाज और विक्रम राठौड़ जैसा बल्लेबाज मिला।

इस मैदान पर भारत और पाकिस्तान के बीच एकमात्र टेस्ट मैच ड्रॉ रहा था। बर्लटन पार्क में खेले गए तीन वनडे मैच में से भारत ने दो मैचों में शिरकत की।

इंग्लैंड के खिलफ टीम इंडिया को जीत मिली है जबकि श्रीलंका के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। तीसरा मैच नेहरू कप में पाकिस्तान और वेस्टइंडीज के बीच हुआ, जिसे वेस्टइंडीज ने जीता था। (भाषा)

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