बच्चों की इन हरकतों को अनदेखा ना करें

Webdunia
शुक्रवार, 24 नवंबर 2017 (11:39 IST)
अपनी परेशानी को बच्चे हमेशा शब्दों में जाहिर नहीं कर पाते। अगर आपको अपने बच्चे में कुछ बदलाव दिख रहे हैं, तो उससे बात करें। यह सुनिश्चित करें कि वह यौन उत्पीड़न का शिकार तो नहीं हो रहा है।
 
चुपचाप रहना
अगर आपका बच्चा अचानक ही चुपचाप रहने लगा है, तो इसे बच्चे का नखरा समझ कर अनदेखा मत कीजिए। शायद वह आपसे कुछ कहना चाहता है लेकिन कह नहीं पा रहा है। बच्चे से बात कीजिए।
 
नींद ना आना
अगर किसी वजह से बच्चा कई कई रात सो नहीं पा रहा है या फिर बुरे सपनों की शिकायत कर रहा है, नींद से रोता हुआ जग रहा है, तो उससे उसके डर की वजह पूछिए।
 
गुस्सा करना
हर उम्र में बच्चे अलग अलग तरह का बर्ताव सीखते हैं। कभी वे अचानक ही जिद्दी हो जाते हैं, कभी लड़ाके लेकिन अगर यह गुस्सा आम बर्ताव से बिलकुल ही अलग है, तो इसकी वजह समझने की कोशिश करें।
 
अकेले रहना
अगर बच्चे के साथ कुछ ऐसा हुआ है, जिससे वह डर गया है, तो वह सबसे कट कर रहने लगता है क्योंकि उसे खुद से घृणा आती है। ऐसे में बच्चे को अकेला ना छोड़ें।
 
किसी विशेष व्यक्ति या जगह से डर
अगर बच्चा स्कूल जाने से कतरा रहा है, परिवार के किसी मित्र या रिश्तेदार के पास जाने से मना कर रहा है, तो उससे प्यार से इसकी वजह पूछें। हो सकता है कि बच्चे के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा हो।
 
खाना ना खाना
खाना खाने में लगभग सभी बच्चे नखरे करते हैं लेकिन भूख ना लगने की वजह या तो बीमारी हो सकती है या फिर मानसिक तनाव। छोटे बच्चों को तनाव से निकालना बेहद जरूरी है।
 
बिस्तर गीला करना
रात में सोते समय अगर बच्चा बिस्तर गीला कर रहा है, तो उसे डांट फटकार कर और बुरे महसूस ना कराएं। बतौर माता पिता उसकी तह तक पहुंचने की कोशिश करें।
 
सेक्स से जुड़े नये शब्द
टीवी और स्कूल के जरिये बच्चे नये शब्द सीखते हैं लेकिन अगर यह शब्दावली अश्लील शब्दों की ओर जा रही है, तो हो सकता है कि कोई बच्चे को ऐसा सिखा रहा हो और उसका फायदा उठाना चाह रहा हो।
 
पेशाब के दौरान दर्द
अगर बच्चा पेशाब के दौरान दर्द की शिकायत करता है तो फौरन उसे डॉक्टर के पास ले जाएं और सुनिश्चित करें कि उसके साथ यौन दुर्व्यवहार तो नहीं हुआ है। डॉक्टर से कोई भी बात ना छिपाएं।
 
जननांगों के इर्दगिर्द चोट
अपने बच्चे को जननांगों के बारे में जानकारी दें। बच्चे को नहलाते वक्त ध्यान दें कि गुप्तांगों के इर्दगिर्द कहीं किसी तरह की कोई चोट तो नहीं है। और सबसे बढ़ कर बच्चे से प्यार से बात कर जानकारी हासिल करें।

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