जांचकर्ताओं ने दोषियों पर 60 धाराएं लगाई थीं जिसमें देह व्यापार कराने, यौन शोषण, रेप और हिंसा मुख्य तौर पर शामिल थीं। डार्कनेट की मदद से दोनों स्थानीय और विदेशी ग्राहकों से संपर्क करते थे। बच्चे से रेप और यौन हिंसा के बदले उन्हें हजारों यूरो मिलते थे। यह सिलसिला पिछले दो वर्षों से चल रहा था। जांचकर्ताओं को कई ऑनलाइन वीडियो हाथ लगे जिसमें बच्चा के हाथ-पैर बंधे हुए हैं। पुलिस को इस शर्मनाक घटना की भनक 2017 में लगी जिसके बाद दोनों दोषियों समेत 8 को गिरफ्तार किया गया।