ओजिल ने अपनी प्रतिक्रिया में जर्मन फुटबॉल संघ, इसके अध्यक्ष, प्रशंसकों और मीडिया पर हमला बोला। उन्होंने अपनी आलोचना होने पर इसे नस्लवाद बताया तथा तुर्की मूल के लोगों के साथ व्यवहार में दोहरे मानक अपनाए जाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘‘जब मैं जीतता हूं तो तब मुझे जर्मन कहा जाता है और जब हार जाता हूं तो तब मुझे एक आव्रजक कहा जाता है।’’
कैन ने #MeTwo हैशटैग का इस्तेमाल इसलिए किया क्योंकि वह यह दिखाना चाहते थे कि जर्मनी में जातीय अल्पसंख्यक एक ही समय में अक्सर खुद को दो संस्कृतियों या स्थानों - जर्मनी और खुद के या अपने पूर्वजों के मूल देश तुर्की से जुड़ा महसूस करते हैं। सोमवार तक टि्वटर पर 60 हजार ट्वीट पोस्ट किए जा चुके थे जिनमें भेदभाव के उदाहरणों के बारे में बताया गया है।