सिद्धू ने यह भी कहा, "गुरुद्वारा गुरु का घर है। यहां सभी समुदायों के लोगों का स्वागत है। अगर मुस्लिम समुदाय के लोगों को तय स्थानों पर नमाज पढ़ने में दिक्कत हो रही है, तो वो लोग गुरुद्वारों में नमाज पढ़ सकते हैं। गुरुद्वारों के दरवाजे सब के लिए खुले हैं"