कुछ देर तक एक ही अवस्था में बैठे रहने से कई बार हाथ या पैर सो जाते हैं। ऐसा लगता है जैसे हाथों और पैरों पर चींटियां रेंग रही हों। लेकिन ऐसा होता क्यों है? क्या यह किसी बीमारी का संकेत है? आइए जानें।
ऑक्सीजन की कमी
आम तौर पर हाथों या पैरों का सोना कोई बड़ी बात नहीं है। ज्यादा देर तक एक ही जगह पर बैठे रहने से अकसर शरीर में कोई एक नस दब जाती है और उस तक सही मात्रा में ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती। ऐसे में दिमाग शरीर को एक संकेत भेजता है। किसी भी अंग के सो जाने का मतलब होता है कि उसे अब थोड़ा हिलाइए ताकि नस तक ऑक्सीजन पहुंच सके।
डायबटीज
कभी कबार किसी अंग का सोना आम बात है। लेकिन अगर ऐसा बार बार होने लगे, तो यह किसी ना किसी बीमारी की ओर संकेत होता है। खास कर मधुमेह। एक तिहाई मामलों में हाथ-पैर के सोने की यही वजह होती है। इसीलिए डॉक्टर भी सबसे पहले डायबटीज का ही टेस्ट करते हैं।
विटामिन की कमी
सामान्य रूप से एक बार में एक ही हाथ सोता है। लेकिन अगर एक साथ आपके दोनों हाथ सो रहे हैं, तो यह विटामिन बी12 की कमी की ओर इशारा करता है। ऐसे में डॉक्टर खून की जांच कर के पता लगाते हैं कि विटामिन की मात्रा कितनी कम है। इलाज के तौर पर विटामिन सप्लीमेंट दिए जाते हैं।
बहुत ज्यादा टाइपिंग
अगर आपका काम ऐसा है जिसमें आपको दिन भर कंप्यूटर के सामने बैठ कर टाइप करना होता है, तो इससे आपकी कलाई की नस पर बुरा असर पड़ सकता है और नतीजा कार्पल टनल सिंड्रोम के रूप में दिखता है। हाथ का सोना इसका शुरुआती संकेत होता है। अल्ट्रासाउंड कर इसका पता लगाया जाता है।
सर्वाइकल
गर्दन में रीढ़ की हड्डी के खराब होने से आस पास की नसों पर दबाव बनता है। ऐसे में सर्वाइकल की समस्या शुरू हो जाती है। इससे भी हाथ पैर सोने लगते हैं। एमआरआई या फिर सीटी स्कैन कर के इस बीमारी का पता लगाया जा सकता है।
बहुत ज्यादा शराब
अल्कोहल का इस्तेमाल अगर जरूरत से ज्यादा किया जाए, तो यह लिवर को तो खराब करता ही है, साथ ही नसों पर ही बुरा असर पड़ता है। इसके अलावा ज्यादा शराब पीने वाले लोगों में विटामिन की कमी भी पाई जाती है। इस सब के कारण हाथ पैर सोने लगते हैं।
चोट या हादसा
हमारा ध्यान हमेशा बाहरी चोट पर जाता है क्योंकि वह दिखाई देती है। लेकिन अगर ध्यान ना दिया जाए तो अंदरूनी चोट ज्यादा खतरनाक साबित हो सकती है। किसी हादसे के दौरान किसी नस पर चोट लगने से वह खराब हो सकती है। ऐसे में भी हाथ पैर सोने लगते हैं।
थायरॉइड
शरीर में थायरॉइड की मात्रा जरूरत से ज्यादा हो या कम, दोनों ही सूरतों में यह परेशान करता है। इससे थकावट होने लगती है, वजन बढ़ने लगता है, बाल गिरने लगते हैं और हाथ पैर सोने लगते हैं। एक ब्लड टेस्ट से इसका पता लगाया जा सकता है।
डॉक्टर से पूछें
अधिकतर मामलों में हाथ पैर का सोना सामान्य बात है और इसमें घबराने वाली कोई बात नहीं है। लेकिन अगर हर रोज आपके साथ ऐसा हो रहा है और किसी पैटर्न में हो रहा है, तो खुद किसी निष्कर्ष पर पहुंचने की जगह, जरूरी है कि आप अपने डॉक्टर से मिलें।